बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने नए सियासी समीकरणों का संकेत देते हुए मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कहा कि देश में दलितों को उनका हक दिलाने के लिए अभी बहुत लड़ाई बाकी है और यदि मौका मिला तो वह बीएस-4 के साथ मिलकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे।
मध्य प्रदेश में 50 दलित परिवारों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इच्छा मृत्यु के लिए अनुमति मांगी है। उनका आरोप है कि 15 साल पहले सरकार द्वारा उन्हें आबंटित की गई जमीन पर बाहुबली लोगों ने कब्जा कर रखा है, जिससे उनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं बचा है।
ऊना दलित अत्याचार मामले पर आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के भाजपा पर दोषियों से साठ गांठ का आरोप लगाए जाने के बाद आज गुजरात भाजपा ने आप प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा कि इस तर्क से तो आप को भी अपने सांसद भगवंत मान की करतूतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
झूठी शान की खातिर हत्या करने के एक संदिग्ध मामले में नवी मुंबई में एक सवर्ण लड़की के परिवार वालों ने 16 साल के एक दलित लड़के की कथित तौर पर हत्या कर दी। लड़का सवर्ण लड़की से प्रेम करता था। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मामले के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 17 साल की लड़की को भी हिरासत में लिया गया है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता दयाशंकर सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के बारे में जैसे ही अभद्र भाषा का प्रयोग किया वैसे ही लखनऊ समेत पूरे देश की दलित राजनीति में उबाल आ गया। देश भर में बहुजन समाजवादी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं का सड़कों पर हुजूम बताता है कि भाजपा दलित मुद्दे पर चारों ओर से घिर गई है। गुजरात में गाय वाले मसले पर पहले से ही दलित आंदोलन जारी था कि दयाशंकर की इस टिप्पणी ने जलती आग में घी डाल दिया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुजरात के ऊना में पीड़ितों से मुलाकात की। हालांकि भाजपा ने दयाशंकर को सभी पदों से हटा दिया है और उसे छह वर्ष के लिए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया है। देखा जाए तो दलितों की पिटाई का मामला हो या नेताओं द्वारा दलित महिलाओं को अपशब्द बोलने का, यह देश में कोई नई बात नहीं है।
उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभाओं के चुनाव अभियान से छः महीने पहले दलितों पर राजनीति का नया अध्याय शुरू हो गया है। यदि राजनीति के रणनीतिकारों पर विश्वास किया जाए, तो यह खतरनाक संभावना भी सामने आती है कि भाजपा नेता दयाशंकर सिंह ने बसपा नेत्री सुश्री मायावती के विरुद्ध अभद्र एवं गैरकानूनी टिप्पणी कर जातिगत टकराव बढ़ाकर राजनीतिक चूल्हा गर्म करने की कोशिश की है।
गुजरात के सौराष्ट्र में दलितों के प्रदर्शन की वजह से स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। राज्य के वेरावल में दलितों की पिटाई का वीडियो वायरल होने और दलितों के उग्र प्रदर्शन के बाद यह स्थिती पनपी। वेरावल, राजकोट, सुरेंद्र नगर और गोंडल पूरी तरह प्रभावित हैं।
गुजरात के उना में कथित गोहत्या के आरोप में अपने समुदाय के युवकों की बेरहमी से पिटाई के विरोध में दलितों ने जमकर हंगामा किया। सात दलित युवकों ने राजकोट में आत्महत्या करने की कोशिश की। इस बीच, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने घटना की सीआईडी जांच का आदेश दे दिए हैंं। मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत गठित किए जाने की भी घोषणा की है।
संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन सोमवार को राज्यसभा की बैठक उस समय 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी जब बसपा के सदस्य भाजपा शासित गुजरात में दलितों के कथित उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए आसन के समीप आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।