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Search Result : "दलित शोधार्थी"

बिहार चुनाव की धमक बाहर तक

बिहार चुनाव की धमक बाहर तक

बिहार में चुनावी परिणाम चाहे जो रहे, सरकार चाहे नीतीश कुमार की बने या नरेंद्र मोदी की, इन चुनावों के प्रचार ने राष्ट्रीय राजनीति के कई बंद दरवाजों को खोला है। कई ऐसे समीकरण आए, जिनके बारे में कुछ सालों पहले तक सोचा भी नहीं जा सकता था। नीतीश और लालू का साथ आना, अति पिछड़ा वर्ग का निर्णायक स्थिति में पहुंचना, तमाम वाम दलों का मिलकर चनाव लड़ना और पहली बार देश के प्रधानमंत्री का किसी राज्य के चुनाव के लिए रिकॉर्ड सभाएं करना। इन तमाम पहलुओं पर बिहार की जनता ने पैनी निगाह रखी और हर पहलू पर जमकर चर्चा हुई। ये बहसें सिर्फ बिहार की धरती तक ही सीमित नहीं रहीं, जहां भी बिहारी हैं, वहां बिहार के राजनीतिक भविष्य पर चिंता हावी रही।
एडमिरल रामदास का मोदी को खुला खत, 'मेरा सिर शर्म से झुक गया'

एडमिरल रामदास का मोदी को खुला खत, 'मेरा सिर शर्म से झुक गया'

पूर्व नेवी चीफ एडमिरल एल. रामदास ने देश में दलितों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अौर राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खुला खत लिखा है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ और इससे जुड़े संगठन हिंदू राष्‍ट्र बनाने के लिए सुनियोजित अभियान चला रहे हैं। रामदास ने मौजूदा माहौल के लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।
दलित लड़के की मौत को खट्टर ने बताया आत्‍महत्‍या

दलित लड़के की मौत को खट्टर ने बताया आत्‍महत्‍या

हरियाणा के मुख्यमंत्राी मनोहर लाल खट्टर ने सोनीपत में 15 साल के दलित लड़के की मौत को आत्महत्या करार दिया है। खट्टर ने इन आरोपों को भी खारिज किया कि इस लड़के की मौत पुलिस हिरासत में मौत हुई। उन्‍होंने मुआवजा के अतिरिक्त उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान भी किया है।
मोदी के मंत्रियों के बेतुके बोल, वीके सिंह का विवादित बयान

मोदी के मंत्रियों के बेतुके बोल, वीके सिंह का विवादित बयान

मोदी सरकार के मंत्रियों के विवादित बोल सरकार की किरकिरी कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री किरण री‍जीजू के उत्‍तर भारतीयों के बारे में विवादित बयान के बाद अब केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने फरीदाबाद में दो बच्‍चों को जिंदा जलाने की घटना के बारे में बेतुका बयान दिया है। वीके सिंह ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को पत्थर मारता है तो उसके लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
दलित उत्‍पीड़न के लिए खट्टर-मोदी-संघ का रवैया जिम्‍मेदार: राहुल गांधी

दलित उत्‍पीड़न के लिए खट्टर-मोदी-संघ का रवैया जिम्‍मेदार: राहुल गांधी

दिल्‍ली से सटे फरीदाबाद के एक गांव में दबंगों द्वारा दलित परिवार को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद आज कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्‍होंने इस घटना के लिए हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ पर जमकर निशाना साधा।
दलित परिवार को जिंदा जलाने की होगी सीबीआई जांच

दलित परिवार को जिंदा जलाने की होगी सीबीआई जांच

फरीदाबाद के एक गांव में दलित परिवार को कथित तौर पर जिंदा जलाने के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी। हरियाणा से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्‍णपाल गुर्जर ने बताया है कि पीड़ि‍त परिवार की सीबीआई जांच की मांग सरकार ने मान ली है। परिवार के एक सदस्‍य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
दबंगों ने दलित परिवार को जिंदा जलाया, दो बच्‍चों की मौत

दबंगों ने दलित परिवार को जिंदा जलाया, दो बच्‍चों की मौत

दिल्‍ली से सटे फरीदाबाद जिले के एक गांव में दलित परिवार के चार लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। दबंगों ने आज तड़के एक दलित परिवार के घर को आग लगा दी जिससे दो बच्चों की जलकर मौत हो गई और उनके माता-पिता गंभीर रूप से झुलस गए हैं। दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

मिर्चपुर-भगाणा कांड की ही कड़ी है सोनपेड़ा दलित हत्याकांड

हरियाणा में भगाणा और मिर्चपुर कांड अभी सुर्खियों से गायब भी नहीं हुए थे कि फरीदाबाद के गांव सोनपेड़ा में आज तड़के चार बजे सवर्ण समुदाय के लोगों ने गांव के दलित समुदाय के एक परिवार को जिंदा जला दिया। चार लोगों के परिवार में ढाई साल और दस महीने के बच्चे की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई जबकि बच्चों की मां की हालत गंभीर बनी हुई है।
ये तुम्हारे गले में किसकी आवाज है हार्दिक?

ये तुम्हारे गले में किसकी आवाज है हार्दिक?

गुजरात में अराजकता का नया चेहरा उभरकर सामने आया है जिसकी भाषा तोगड़िया सी है और कार्यशैली केजरीवाल जैसी। जो बंदूक और रिवॉल्वर से प्यार करता है और जिसके समर्थक ओडी तथा मर्सिडीज में बैठकर आरक्षण मांगने आते हैं। कानून उनके लिए कुछ भी नहीं है, अगर उन्हें मनमानी करने से रोका जाता है तो दंगा-फसाद से भी परहेज नहीं करते हैं।
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