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चर्चाः दाल खट्टी, चीनी कड़वी | आलोक मेहता

चर्चाः दाल खट्टी, चीनी कड़वी | आलोक मेहता

स्वास्‍थ्य गड़बड़ होने पर मुंह का स्वाद बदल जाता है। इसी तरह भारत में मौसम के साथ महंगाई बढ़ने पर आम आदमी के दांत खट्टे भले ही न हों, दाल खट्टी और चीनी कड़वी लगने लगती है। एक तरफ किसानों को अनाज, तिलहन और गन्ने का सही दाम नहीं मिलता और कर्ज से तंग आकर लोग आत्महत्या करते हैं, दूसरी तरफ कालाबाजारी और सूदखोर दलाल एवं व्यापारियों का एक वर्ग मनमाने ढंग से मूल्य वसूलते हैं।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पेश की नई रक्षा खरीद नीति

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पेश की नई रक्षा खरीद नीति

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज बहुप्रतीक्षित नई रक्षा खरीद नीति पेश की। प्रक्रिया जारी करते हुए उन्होंने कहा कि इससे सेनाओं के लिए साजो-सामान की खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी, काम तेजी से हो सकेगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि इससे सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को बल मिलेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी।
खेसारी दाल पर बड़ा दांव लगा रही केंद्र सरकार

खेसारी दाल पर बड़ा दांव लगा रही केंद्र सरकार

दालों की बढ़ती कीमतों और दलहन आयात पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार खेसारी दाल पर 55 साल पहले लगा प्रतिबंध हटाने की कवायद में जुट गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के एक पैनल ने इस दाल को खाने के लिए सुरक्षित बताया है और बारे में अंतिम फैसला खाद्य नियामक एफएसएसएआई को करना है। लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े इस अहम फैसले को लेकर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
जब्‍त दाल में से 70% जमाखोरों को ही वापस, आरटीआई का खुलासा

जब्‍त दाल में से 70% जमाखोरों को ही वापस, आरटीआई का खुलासा

देश में दालों की जमाखोरी के खिलाफ हुई सरकार की कार्रवाई में एक नई जानकारी सामने आई है। महाराष्ट्र सरकार ने दालों के जब्त भंडार में से 70 प्रतिशत उनके मूल मालिकों को ही वापस कर दिया।
घर में रखे सोने को जमा कराएं, ब्याज कमाएं

घर में रखे सोने को जमा कराएं, ब्याज कमाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोने से जुड़ी तीन महत्वकांक्षी योजनाओं की शुरुआत की। इन योजनाओं का मकसद देश में सोने के बढ़ते आयात पर अंकुश लगाने और घरों तथा अन्य जगहों पर बेकार पड़े करीब 800 अरब डॉलर के 20 हजार टन सोने को उपयोग में लाना है।
महाराष्‍ट्र निकला दाल जमाखोरों का गढ़, ठाणे में 125 करोड़ की दाल पकड़ी

महाराष्‍ट्र निकला दाल जमाखोरों का गढ़, ठाणे में 125 करोड़ की दाल पकड़ी

आम आदमी के निवाले से दूर होती दालों के पीछे जमाखोरी और कालाबाजारी का बड़ा खेल है। देश के कई राज्‍यों में हुई छापेमारी के दौरान अब तक महाराष्‍ट्र में सबसे ज्‍यादा दाल पकड़ी गई है।
भाजपा शासित राज्‍यों में दालों की जमकर जमाखोरी

भाजपा शासित राज्‍यों में दालों की जमकर जमाखोरी

दालों की बढ़ती कीमतों के बीच जमाखोरों और कालाबाजारी के खिलाफ राज्‍यों ने अभियान तेज कर दिया है। पिछले दो-तीन दिन के अंदर 10 राज्‍यों में छापेमारी के दौरान करीब 35 हजार टन से ज्‍यादा दाल का स्‍टॉक पकड़ा गया है। सबसे ज्‍यादा छापेमारी भाजपा शासित राज्‍यों में की गई है और यहीं दालों की सबसे ज्‍यादा मात्रा जमाखोरों से जब्‍त की गई है।
जमाखोरों से 5,800 टन दाल जब्त, फिर भी मंहगाई बेकाबू

जमाखोरों से 5,800 टन दाल जब्त, फिर भी मंहगाई बेकाबू

दाल की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ पांच राज्यों में की गयी कार्रवाई में 5,800 टल दालें जब्त की गई है। हालांकि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद दालों की कीमतों में वृद्धि जारी है और यह 210 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
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