चीन वर्ष 2020 तक अपनी परमाणु क्षमता को दोगुना करना चाहता है और लक्ष्य के तहत वह समुद्र में तैरने वाले परमाणु बिजली संयंत्र के निर्माण की योजना बना रहा है।
महिलाओं की जिंदगी में सोलहवां साल बहुत ही खास होता है उसी तरह इस सहस्राब्दी का यह सोलहवां साल भी बहुत खास है। सेना से लेकर हर जगह पर महिला सशक्तिकरण की बात हो रही है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक महिला नेत्रियों की ताकत लगातार बढ़ रही है।
‘जवाबदेही यात्रा जवाब पूछे रे, बोलों क्यूं नि रे?’ यह बोल उस गीत के हैं जो एक अनूठी यात्रा के तहत गाया जा रहा है। इन दिनों राजस्थान में सूचना एवं रोजगार का अधिकार अभियान के बैनर तले यह यात्रा निकाली जा रही है। गीतों के जरिये सरकार से सवाल किए जा रहे हैं। जवाबदेही मांगी जा रही है। इस यात्रा का सरकार से सवाल है कि वह बनी तो जनता के लिए है लेकिन सही तरीके से काम नहीं होने की वजह से जवाबदेही तय क्यूं नहीं करती।
क्रयशक्ति के आधार पर दिल्ली में रहने वालों के लिए एपल का आईफोन6 खरीदने का मतलब है कुल 360 घंटे की कमाई जेब से निकालना जबकि ज्यूरिख (स्विट्जरलैंड) में रहने वाले औसतन 20 घंटे की मेहनत से ही इस फोन को खरीद सकते हैं।
कानपुर के फजलगंज थाना क्षेत्र के दर्शनपुरवा में आज एक धार्मिक पोस्टर का कथित तौर पर अपमान करने को लेकर दो संप्रदायों के बीच तनाव फैल गया और एक पक्ष ने दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार भीड़ में से किसी ने पुलिस पर गोली भी चलाई हालांकि इससे किसी नुकसान की खबर नहीं है।
अपने बयानों से अक्सर विवादों में रहने वाले बाॅलीवुड के गायक अभिजीत भट्टाचार्य के खिलाफ मुंबई में एक महिला ने दुर्व्यवहार और छेड़खानी का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि यह कथित घटना कल रात मुंबई के अंधेरी उपनगर स्थित लोखंडवाला में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हुई। अभिजीत समारोह में आयोजक के तौर पर उपस्थित थे।
जर्मनी ने जम्मू-कश्मीर से दो दशक पहले लापता हुई दसवीं शताब्दी की दुर्गा की एक दुर्लभ मूर्ति भारत को आज लौटा दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का आभार जताया। लापता होने के बाद यह मूर्ति जर्मनी के एक संग्रालय में पाई गई थी। भारत की यात्रा पर आईं जर्मन चांसलर मर्केल ने यहां हैदराबाद हाउस में मोदी को यह मूर्ति सौंपी।
इस पूजा में कुछ नया अनुभव करना हो तो कोलकाता का रूख किया जा सकता है। कोलकाता में हर साल की तरह इस बार भी पूजा पंडालों को अलग और अनूठा बनाने की तैयारी जोरों पर है। दुर्गा पूजा आने में अभी वक्त है। लेकिन पंडाल में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं इसके लिए आयोजक तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए कोलकाता के एक पंडाल ने यहां आने वाले लोगों को अफ्रीकी सफारी का आनंद लेने का मौका दिया है।