केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने एक बार फिर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि संसद में रोहित वेमुला मामले में हुई बहस के दौरान राहुल गांधी का रवैया ऐसा था कि देखो हमने इस मुद्दे पर स्मृति ईरानी को पछाड़ दिया।
उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग ने अपनी 29 साल की बहन के लिए स्वयंबर रचाया है। इस तरह बहन की शादी के लिए भी उन्होंने अपना तानशाही रवैया अपनाया है। किमजोंग ने दूल्हा तलाशने के लिए डेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया है। जहां स्वयं की शर्तों पर वर की तलाश करने का आदेश दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि इस सरकार को टैक्स विवादों और बैंकिंग प्रणाली में फंसे हुए कर्ज पर ‘अभी बहुत कुछ करने की जरूरत’ है।
सताइस साल पहले तमिलनाडु की सियासत में ऐसा मोड़ आया कि एक सरकार पांच साल से ज्यादा नहीं चलती। हर पांच साल बाद सरकार बदलने की इस प्रक्रिया को इस बार जयललिता ने तोड़ दिया। इससे पहले तमिलनाडु की सियासत में डीएमके और एआईडीएमके की सरकारे रही हैं।
गोधरा ट्रेन कांड के 14 सालों के बाद बुधवार को गुजरात एटीएस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साल 2002 में हुए गोधरा ट्रेन कांड में 59 कार सेवक मारे गए थे जिसके बाद पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क उठे थे जिनमें सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई थी।
मोदी सरकार के प्रथम दो साल में पेश जन धन योजना और स्वच्छ भारत जैसी कुछ एक योजनाएं ही देश के मन को लुभाने में कामयाब रही है जबकि इसी दौरान पेश अन्य योजनाएं लोगों के दिलो दिमाग में खास जगह नहीं बना पायी हैं। यह बात सीएमएस के एक अध्ययन में सामने आयी है।
नाबालिग से यौन उत्पीड़न के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम ने कहा कि देश का कानून अब अंधा हो गया है। एक लड़की के चक्कर में लाखों लोग परेशान हो रहे हैं।
कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख मोतीउर रहमान निजामी को बीती रात फांसी दे दी गई। मोतीउर रहमान जमात का सबसे बुजुर्ग इस्लामी नेता था, जिसे 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान किए गए युद्ध अपराधों के लिए फांसी पर लटकाया गया।