गीता फोगाट ने साल 2010 में दिल्ली में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।उन्होंने 55 किलोग्राम भार वर्ग में फ्रीस्टाइल में यह खिताब जीता था।
किसान आंदोलन को लेकर जिस समय भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान उपवास शुरू करने जा रहे थे तभी आप नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा कि ‘जो धान की कीमत दे न सका, वो जान की कीमत क्या जाने?’
विमुद्रीकरण के बाद ओडिशा में धान फसल की कटाई के साथ ही पुराने दिनों की श्रम अदलाबदली की परंपरा बदलिया भी फिर से शुरू हो गयी है। बदलिया एक-दूसरे के खेतों में मजदूरी के बदले मजदूरी करने की परंपरा है, जिससे तटीय जिलों के कुछ हिस्सों में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं।
नोटबंदी के बाद जहां राजनीतिक दलों के पास रकम नहीं होने के कयास लगाए जा रहे हैं वहीं भाजपा के पास पैसों की कमी नहीं है। पार्टी ने यूपी में 1650 बाइकें खरीदी हैं। इनके जरिए कार्यकर्ता हर विधानसभा में बूथ स्तर तक एसपी-बीएसपी की खामियां गिनाएंगे।
प्याज उत्पादक किसानों को राहत देने की कोशिश में मध्यप्रदेश सरकार को दोहरी मार पड़ी है। सरकार ने छह रु. किलो के हिसाब से 10.4 लाख क्विंटल प्याज खरीदी। उसे गोदाम तक पहुंचाने में करीब 7 करोड़ रु. खर्च हो गए। तय हुआ कि प्याज को खुले बाजार में बेचा जाएगा। कोशिश भी हुई लेकिन बिकी नहीं।
सप्रंग सरकार के कार्यकाल में हुआ 20.8 करोड़ डॉलर का एंबरियर जेट समझौता अमेरिकी अधिकारियों की जांच के घेरे में है। अधिकारियों को संदेह है कि अनुबंध हासिल करने के लिए कंपनी की ओर से घूस दी गई थी। यह समझौता साल 2008 में एईडब्ल्यू एंड सी विमानों के लिए किया गया था। आरंभिक चेतावनी तथा नियंत्रण प्रणाली के लिए स्वेदशी रडार से लैस तीन विमानों के लिए ब्राजील के विमान निर्माता एंबरियर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के बीच हुआ था।
हाल ही में समाप्त हुए उज्जैन के सिंहस्थ कुंभ मेले के आयोजन में जमकर घोटाला किए जाने का आरोप अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस बार घोटाले के आरोप मध्य प्रदेश विधानसभा के अंदर गूंजे।
विश्व में पहली बार सीअसीआर धान 310 विकसित करने में भारत के कृषि वैज्ञानिकों ने सफलता पाई है। इस धान की खासियत यह है कि इसमें 11 प्रतिशत प्रोटीन है जबकि सामान्यतः दूसरी किस्मों में केवल 6 से 7 प्रतिशत तक प्रोटीन होता है।
केंद्र सरकार द्वारा नीलाम की गई दाऊद इब्राहिम की संपत्ति खरीदकर सुर्खियों में आए पूर्व पत्रकार और देश सेवा समिति के अध्यक्ष एस. बालाकृष्णन से प्राची पिंगले प्लंबर की बातचीत। पेश हैं कुछ अंश
धान की सरकारी खरीद और मिलिंग में भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां पकड़ी हैं। कैग की रिपोर्ट बताती है कि कैसे धान खरीद की सरकारी प्रणाली राइस मिलों के अनुचित लाभ का जरिया बन गई है। इन कमियों को दूर करने के साथ-साथ कैग ने सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान सीधे किसानों के खातों में करने की सिफारिश की है।