कारगिल युद्ध में शानदार प्रदर्शन करने वाली बोफोर्स तोपों के स्वदेशी संस्करण धनुष के कल-पुर्जों में फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर।
देश के बैंकिंग तंत्र में लेनदेन के दौरान नकली मुद्रा पकड़े जाने के मामले पिछले आठ साल में तेजी से बढ़े हैं। सरकार की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार इन मामलों की संख्या पिछले आठ साल में 3.53 लाख तक पहुंच गई है।
सरकार ने 2000 रुपये के नए नोटों को बंद किए जाने की अटकलों पर आज वस्तुत: विराम लगा दिया और कहा कि नकली नोटों की समस्या पर काबू के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं। गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने राज्यसभा में कहा कि इस संबंध में चल रही अफवाहों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने नकली और बिना मानक गुणवत्ता वाली दवाइयों की समस्याओं के लिए एक सर्वेक्षण करने से संबंधित कार्य राष्ट्रीय बायोलॉजिकल्स संस्थान (एनआईबी), नोएडा को सौंपा था। एनआईबी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
हैदराबाद में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो नकली नोट छापने का काम करते थे। इन लोगों के पास से हाल ही में जारी हुए 2000 रुपए के 105 नकली नोट पकड़े हैं। इस गिरोह के पास से पुलिस ने कुल 2,22,310 रुपए के नकली नोट पकड़े हैं, जिसमें 2,10,000 रुपए के नोट सिर्फ 2000 रुपए के हैं। बचे हुए नोट 100 रुपए, 50 रुपए, 20 रुपए और 10 रुपए के हैं।
विमुद्रीकरण के बाद आरबीआई की तरफ से जारी किए गए नए पांच सौ के नोटों में गड़बड़ी को लेकर लोगों में भ्रम पैदा हो गया है। कोई कह रहा है कि पांच सौ के नए नोट नकली हैंं तो कोई बोल रहा है कि इस नोट की छपाई सही तरीके से नहीं की गई है। गत नौ नवंबर से सरकार के आदेश के बाद समूचे देश में 500 के पुराने नोट बंद कर दिए गए हैं।
नाम में क्या रखा है, काम जरूर देखो। डिग्री बहुत बड़ी, देश के साथ विदेश की हो, नाम धनवान या गरीब खानदान से हो- असली परीक्षा परिवार-समाज और राष्ट्र को पहुंचाए गए लाभ से हो सकती है। इसी तरह विरोध की राजनीति, आंदोलन-असहमति-असहयोग और कठोर आलोचना की हो सकती है। लेकिन अब शिक्षा की डिग्री पर राजनीतिक बवाल मचाने का नया घटिया खेल शुरू हुआ है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जब नाग देवी बाजार में नकली पार्ट्स-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों पर छापे मारे तो दिल्ली तक हड़कंप मच गया। दरअसल, एसकेएफ और एफएजी नामक कंपनियों के दिल्ली मुख्यालय में कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि उनके नकली पार्ट्स बाजार में बिक रहे हैं। टैक्ट इंडिया की टीम द्वारा इसकी पुष्टि होने पर मुंबई पुलिस ने नाग देवी बाजार में कई ठिकानों पर छापे मारकर लगभग एक करोड़ रुपये के नकली माल बरामद किए। उल्लेखनीय है कि नाग देवी बाजार देश के मैकेनिकल पार्ट्स की 80 प्रतिशत जरूरतें पूरी करता है।
किसान जो पहले ही जलवायु परिवर्तन समेत कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब देश में गैरकानूनी और नकली कीटनाशी दवाओं के बेचे जाने का जख्म भी झेल रहे हैं। पंजाब में हुआ हालिया फसल नुकसान जहाँ नकली कीटनाशी के कारण कपास की फसल पूरी तरह तबाह हो गयी, इसी का एक उदाहरण है।