लखनऊ में मंगलवार से मेट्रो की सेवा शुरू हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी आदित्यनाथ और गवर्नर राम नाइक ने ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के लिए शुरु की गई लखनऊ मेट्रो को हरी झंडी दिखाई।
रेप केस में गुरमीत राम रहीम के दोषी करार दिए जाने के बाद 6 राज्यों के 15 शहरों में हिंसा भड़क उठी और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं होने लगीं, जिसे कोर्ट ने काफी गंभ्ाीरता से लिया है।
भाजपा सरकार को आज सत्ता संभालते हुए तीन साल पूरे हो गए हैं। पीएम मोदी ने आज से तीन साल पहले 26 मई, 2014 को शपथ ग्रहण किया था। केंद्र की मोदी सरकार ने आज अपने तीन साल पूरे होने पर एक नया नारा दिया है, 'साथ है, विश्वास है हो रहा विकास है'। अब इस नए नारे के साथ भाजपा सराकार जनता के बीच अपने कार्यों को बताएगी।
केंद्र सरकार ने 2017 में किए गए सर्वे के बाद स्वच्छ शहरों की सूची पेश की है उसमें कुछ शहरों को निचले पायदान पर रखा गया है। वहीं कुछ शहरों को एक-दो सालों के अंतराल में ही शीर्ष स्थान में शामिल किया गया है। सरकार के मापदंडों के आधार पर शहरों का क्रम विकास के पैमाने को अवश्य परिभाषित कर रहा है लेकिन कुछ खास शहरों का पीछे रह जाना कुछ सवाल भी पैदा कर रहा है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी समाजवादी पार्टी ने अपना हौसला नहीं छोड़ा है। समीक्षा और मंथन के दौर से गुजर रही समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले अपना स्लोगन बदलने का फैसला किया है। यह नया नारा है, ‘आपकी साइकिल सदा चलेगी आपके नाम से, फिर प्रदेश का दिल जीतेंगे हम मिलकर अपने काम से’।
ईमानदारी सबसे अच्छी नीति होती है और इसे चरितार्थ करते हैं हैं जापान की राजधानी टोक्यो के लोग। इसी कारण इस शहर को दुनिया का सबसे ईमानदार शहर माना जाता है। हर साल टोक्यो पुलिस के खोया-पाया विभाग के पास लोगों की खोई चीजें पहुंचती हैं। जब भी लोगों को कोई सामान कहीं लावारिस पड़ा मिलता है, तो लोग उसे पुलिस के पास पहुंचा देते हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के क्षेत्र नागपुर में खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने भाजपा पर जबरदस्त निशाना साधा और कहा कि शहर को निश्चित रूप से भाजपा की पकड़ से बचाना होगा। लिहाजा पार्टी ने हैरानी जतायी कि शहर दुनिया की आपराधिक राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
केंद्रीय संड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हिमालयी राज्य उत्तराखंड में दावोस जैसा एक शहर बसाने की अपनी इच्छा जाहिर की है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में यहां पहुंचे गडकरी ने एक बातचीत में अपनी यह मंशा जाहिर की।
ग्रीनपीस इंडिया द्वारा ऑनलाइन रिपोर्ट और सूचना के अधिकार के तहत देश भर के विभिन्न राज्यों के प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर बनी रिपोर्ट बेहद भयावह है। इसमें भारत के किसी भी शहर में डब्लूएचओ और दक्षिण भारत के कुछ शहरों को छोड़कर भारत के किसी भी शहर में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण निंयत्रित करने के लिए बनाए गए मानकों की सीमा का पालन नहीं किया है। 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 168 शहरों की स्थिति पर ग्रीनपीस इंडिया द्वारा बनी इस रिपोर्ट का नाम ‘वायु प्रदूषण का फैलता जहर’ नाम दिया गया है। इसमें प्रदूषण का मुख्य कारण जीवाश्म इंधन को जलाना बताया गया है।