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Search Result : "निचले स्तर पर टेलीविजन पत्रकारिता"

रुपया 45 पैसे लुढ़ककर 29 महीने के निचले स्तर पर

रुपया 45 पैसे लुढ़ककर 29 महीने के निचले स्तर पर

अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया आज अमेरिकी मुद्रा की तुलना में 45 पैसे लुढ़ककर लगभग 29 महीने के निचले स्तर 68.30 रपये प्रति डालर पर बंद हुआ।
भारत-पाक सचिव स्तर की वार्ता पर फैसला आज

भारत-पाक सचिव स्तर की वार्ता पर फैसला आज

भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर निर्णय अब गुरुवार को होगा। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के देश से बाहर होने के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है।
एफटीआईआई: चौहान ने पद संभाला, छात्रों का विरोध

एफटीआईआई: चौहान ने पद संभाला, छात्रों का विरोध

छात्रों के मुखर विरोध प्रदर्शनों के बीच टीवी अभिनेता और भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान ने आज प्रतिष्ठित फिल्म संस्थान, एफटीआईआई का अध्यक्ष पद संभाल लिया। इस दौरान संस्थान के छात्रों ने भारी विरोध-प्रदर्शन किया जिस पर पुलिस ने बल प्रयोगकर लगभग 40 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
विपक्ष ने गिरा दिया है सार्वजनिक विमर्श का स्तर: जेटली

विपक्ष ने गिरा दिया है सार्वजनिक विमर्श का स्तर: जेटली

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ विवाद में लगातार विपक्ष के हमलों का निशाना बने अरुण जेटली ने गुरुवार को केजरीवाल और उनकी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पदों पर बैठे लोगों को अभद्रता करने का अधिकार नहीं मिला हुआ है। जेटली ने आप समेत कांग्रेस पार्टी पर भी सार्वजनिक विमर्श के स्तर को गिराने का आरोप लगाया।
जीएसटी से मिलेगी तेज आर्थिक गति

जीएसटी से मिलेगी तेज आर्थिक गति

प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर कानून से उत्पादक राज्यों की तुलना में उपभोक्ता राज्यों को अधिक लाभ मिलेगा और इसके लागू होने से जीडीपी में दो प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है लेकिन संसद के मौजूदा सत्र में यह विधेयक कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों के साथ ही अधर में लटक चुका है।
राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के विस्तार की योजना बना रहे लालू

राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के विस्तार की योजना बना रहे लालू

बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को राष्ट्रीय स्वरूप देने में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि लालू ने इसके लिए कई राज्यों के नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।
युद्ध या प्रेम: हम किस चीज से प्यार करें?

युद्ध या प्रेम: हम किस चीज से प्यार करें?

मास्को की मुलाकात कोई औपचारिक इंटरव्यू नहीं थी। न ही यह लुक-छिपकर की गई कोई भेंट थी। बढ़िया बात यह थी कि हमारा मिलना किसी सतर्क, कूटनीतिक, औपचारिक एडवर्ड स्नोडेन से नहीं हुआ। अफसोस की बात यह है कि कमरा नंबर 1001 में हुए मजाकों, हास्य और मसखरेपन को उसी तरह व्यक्त नहीं किया जा सकता।
बिहार चुनाव में कैसे पलटा भाजपा का अंकगणित

बिहार चुनाव में कैसे पलटा भाजपा का अंकगणित

बिहार चुनाव में क्यों इतनी क्रूरता से पलटा भाजपा का भाग्य। भाजपा के प्रवक्ता और समर्थक महागठबंधन के अंकगणित और विपक्षी एकता को ही बढ़-चढ़कर अपनी हार की मुख्य वजह बताने मे लगे हैं। इस बहस में यह तथ्य बिल्कुल ही नजरअंदाज कर दिया गया कि हाल के चुनाव में भाजपा के परंपरागत मतदाताओं के अच्छे खासे प्रतिशत ने पार्टी का साथ छोड़ दिया।
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