केरल में वाम मोर्चा की जीत के बाद माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं की झड़प की गूंज आज राष्ट्रीय राजधानी में भी सुनाई पड़ी। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग की। इससे पहले दिन में माकपा कार्यालय के बाहर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई जिसके बाद करीब 600 लोगों को हिरासत में लिया गया।
दिल्ली के वसंतकुंज इलाके में शुक्रवार को ऑटोरिक्शा लेने को लेकर हुए विवाद में कुछ लोगों ने कांगो के 23 वर्षीय युवक की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। इस में शामिल लोगों की पहचान का दावा करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने सूबे में नेतृत्व परिवर्तन की खबरों को मीडिया की उपज करार दिया है। उन्होंने उनके और नितिन पटेल के सोमवार के दिल्ली दौरे को नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को मीडिया के दिमाग की उपज बताया है।
मोदी सरकार के एक और मंत्री न्यायपालिका के सरकार के कामकाज में दखल से हताहत हैं। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बाद इस बार वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आवाज उठाई है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान राज्य में सड़क एवं पुल निर्माण के लिए जल्द ही योजनाओं को शुरू किए जाने की मांग की।
सुप्रीम कोर्ट ने आज मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड को 4जी लाइसेंस प्रदान करने को चुनौती देने वाली एक स्वयंसेवी संगठन की याचिका को खारिज कर दिया। मुख्य न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने स्वयंसेवी संगठन, सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) की याचिका खारिज कर दी जिसने सरकार द्वारा कंपनी को अपने 4जी स्पेक्ट्रम पर वॉयस सेवा प्रदान करने की मंजूरी देने के फैसले को चुनौती दी थी।
राजस्थान में चार विदेशी पर्यटकों से मारपीट करने और इसमें शामिल दो महिला पर्यटकों से छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने आज पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को हिरासत में लिया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मिलकर बिहार की सडक़ों के हालात सुधारने की कोशिश में लगे हैं लेकिन गाड़ी कहीं न कहीं अटक जा रही है। चाहे वह सडक़ निर्माण के लिए जमीन के मुआवजे का मामला हो या फिर योजनाओं के लिए धनराशि का। इससे राज्य में सडक़ निर्माण की दिशा में तेजी से काम नहीं हो पा रहा है। यही नहीं, कुछ कंपनियों और ठेकेदारों से लेवी के नाम पर होने वाली वसूली से भी योजनाएं परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। नितिन गडकरी जहां सडक़ निर्माण के लिए गति देने के लिए जाने जाते हैं वहीं नीतीश कुमार की छवि सुशासन बाबू के रूप में मशहूर है, फिर भी योजनाओं को गति नहीं मिल पाने से माना जा रहा है कि कहीं न कहीं कुछ अड़चन है जो विकास की गति को मद्धिम कर रही है।