मराठी फिल्म निर्माता अतुल बी तपकीर ने आज पुणे के होटल में सुसाइड कर लिया। मौत से पहले उन्होंने फेसबुक पर एक लम्बा पोस्ट भी लिखा है। जिसमें उन्होंने फिल्म 'ढोल ताशे' में हुए भारी नुकसान और तनावपूर्ण पारिवारिक जीवन को कारण बताया है।
सीधी सादी लड़की को बहादुरी से परदे पर दिखाने वाली कहानी ने लोगों को बहुत प्रभावित किया था। यह कहानी थी क्वीन। निर्देशक थे विकास बहल। अब इन्हीं विकास बहल पर एक महिला सहकर्मी ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
दक्षिण अफ्रीका अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव में फिल्मकार संजय लीला भंसाली की भव्य प्रेम कहानी बाजीराव मस्तानी ने सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए रैपिडलायन अवार्ड्स अपने नाम किए।
बिहार के मधुबनी से दिल्ली आकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इतिहास की पढ़ाई करने के बाद नरेंद्र झा अभिनय में अपना कैरिअर बनाने में जुट गए। छोटे पर्दे पर ‘रावण’ से पहचान मिली और फिर ‘हैदर’, ‘घायल वन्स अगेन’, ‘फोर्स 2’ जैसी फिल्में करने के बाद अब वह 26 जनवरी के मौके पर एक ही दिन रिलीज हो रहीं ‘रईस’ और ‘काबिल’ में आ रहे हैं।
अहम सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्म बनाने वाले निर्देशक प्रकाश झा का कहना है कि इस देश में पूरी तरह से राजनीतिक फिल्म बनाना असंभव है, क्योंकि यहां अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।
दस, कैश और रा.वन जैसी एक्शन फिल्में बनाने के बाद निर्देशक अनुभव सिन्हा एक बार फिर से 2001 की हिट फिल्म तुम बिन की अगली कड़ी वाली रोमांटिक मिजाज की फिल्म लेकर आ रहे हैं।
अभिनेता-निर्देशक राहुल बोस का मानना है कि लोगों को लैंगिक नजरिए से फिल्में देखने की जरूरत है और यह विश्लेषण भी करना चाहिए कि बड़े पर्दे पर आ रही कहानियों में क्या पुरूषों और महिलाओं को समान महत्व दिया जाता है।
देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सेना को दिया जाने वाले दान स्वेच्छा से होना चाहिए, इसके लिए किसी पर जोर-जबरदस्ती की जरूरत नहीं है। यह बात उन्होंने राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस द्वारा फिल्म निर्माताओं पर दान देने का दबाव बनाने के संदर्भ में कही। राज ठाकरे के इस मांग की कई लोगों ने आलोचना की है।