अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने इराक, सीरिया और उत्तर कोरिया के साथ पाकिस्तान को वैश्विक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में चिह्नित करते हुए कहा है कि ये देश नीति निर्माताओं के सामने सामरिक एवं रणनीतिक चुनौतियां पेश करते हैं।
मोदी सरकार ने लोकसभा में वीमा विधेयक पेश कर दिया है। इस विधेयक में वीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी करने की वकालत की गई है। पिछले साल मोदी सरकार इस सिलसिले में एक अध्यादेश जारी कर चुकी है।
वर्ष 2014 के आखिरी तिमाही में गंभीर वित्तीय संकट में फंसी देश की बजट एयरलाइन स्पाइसजेट तेजी से आर्थिक संकट से उबर रही है। एयरलाइन कंपनी को नए प्रवर्तक अजय सिंह से 1500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित पूंजी निवेश में से 400 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त बुधवार तक मिलने की संभावना है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेशी निवेश आकर्षित करने के प्रयासों के तहत भारत की नई सरकार आगामी बजट में सुधारवादी उपाय पेश करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में विदेशी निवेश को आकर्षित करने एवं भारत को उत्पादन के लिए पसंदीदा स्थान बनाने के लिए भी अनुकूल प्रयास किए जाएंगे।
लीबिया में इस्लामिक स्टेट (आइएस) समूह के आतंकियों ने 21 ईसाईयों का सर कलम कर हत्या कर दी है। इस घटना के बाद मिस्र ने आतंवादियों के ठिकानों पर बमबारी शुरू कर दी है। मारे गये लोगों का ताल्लुक कोप्टिक ईसाई समुदाय से है। कुछ दिन पहले इनको बंधक बना लिया गया था।
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी लड़ाके सीरिया और इराक के लिए रवाना हो रहे हैं। ऐसा करने वाले दुनिया के करीब 20,000 लड़ाकों में से 3,400 तो पश्चिमी देशों के हैं।
अमेरिकी कंपनियों ने भारतीय परमाणु परियोजनाओं में निवेश के संकेत दिए हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षाा उप सलाहकार ने उम्मीद जताई कि भारत मेंहिस्सा लेने में सक्षम होंगी अमेरिकी कंपनियांऔर उनकी चिंताओं का हल जल्द निल आएगा।
जापान ने विश्व के देशों से कहा है कि वह आतंकवाद के सामने घुटने नहीं टेकेगा और इस्लामिक स्टेट तथा अन्य चरमपंथी समूहों के खिलाफ लड़ाई में असैन्य सहायता लगातार मुहैया कराता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र में सत्ता संभालने के बाद से प्रवासी भारतीयों पर खास ध्यान रखे हुए हैं। इसकी झलक सात से नौ जनवरी तक गुजरात के गांधीनगर में हुए भव्य प्रवासी सम्मेलन में दिखाई दी। घोषणाएं तो खूब हुईं लेकिन इसके जवाब में प्रवासी निवेश कितना आएगा, इसे लेकर दुविधा ज्यों की-त्यों बरकरार है।