केंद्र सरकार की ओर से कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल ने बाजी मार ली है। लेकिन कई शहर साफ-सफाई के मामले में पिछड़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के चार शहर तो सबसे निचले पायदान पर हैं।
कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा से लगते माछिल सेक्टर में सेना के पांच जवान आज बर्फ के नीचे फंस गए। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह माछिल में सेना की एक चौकी की ओर जाने वाला एक बर्फीला मार्ग धंस गया जिससे ये जवान अंदर ही फंस गए।
प्रतिस्पर्धी दबाव और प्रतिकूल मौसम स्थिति के बीच नये आर्डर की कमी से सितंबर महीने में सेवाओं में वृद्धि धीमी हुई है। एक सर्वे में यह कहा गया है। निक्की इंडिया सर्विसेज परचेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) सितंबर में 52 रहा जो अगस्त में 43 महीने के उच्च स्तर 54.7 था।
भारत पिछले कई वर्षों से अमेरिका सहित दुनिया के देशों को पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादी दानवों के खतरे की ओर ध्यान आकर्षित करता रहा है। फिर भी अमेरिका बड़े पैमाने पर पाकिस्तान को आर्थिक मदद एवं अत्याधुनिक हथियार देता रहा। ओसामा बिन लादेन के तालिबानी हमले के बाद उसने अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्रों पर बमबारी की और सैनिक तैनात किए लेकिन पाकिस्तान में छिपे लादेन के अपवाद को छोड़कर किसी आतंकवादी ठिकाने को निशाना नहीं बनाया।
राज्यसभा में बुधवार को बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक पारित हो गया। जीएसटी से संबंधित संविधान संशोधन विधेयक के पारित हो जाने से देश में नई परोक्ष कर प्रणाली का मार्ग प्रशस्त हो गया।
बिहार में मानसून की बारिश ने कुछ परिवारों को तबाह कर दिया है। आसमान से आकाशीय बिजली गिरने से राज्य में 46 लोगों की मौत हो गई है। दस लोग घायल बताए जा रहे हैं। सबसे अधिक पटना जिले में सात लोगों की मौत हुई है। आकाशीय बिजली को ठनका कहते हैं। झारखंड और उत्तर प्रदेश में भी बारिश अपने साथ तबाही लेकर आई। झारखंड के गढ़वा में बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। उत्तर प्रदेश में
करीब 20 लोग आकाशीय बिजली का शिकार हुए।
थोक मूल्य मुद्रास्फीति में चार महीने से चल रहा तेजी का सिलसिला जनवरी में टूट गया और इस महीने यह घटकर शून्य से 0.9 प्रतिशत नीचे रही। खाद्य उत्पादों, मुख्य तौर पर सब्जियों और दलहन के सस्ते होने से जनवरी में थोक मुद्रास्फीति नरम पड़ी है।
अर्थव्यवस्था से जुड़े दो मोर्चों पर सरकार की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। बिकवाली दबाव के चलते बंबई शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है और बृहस्पतिवार को सेंसेक्स लुढ़क कर 20 महीने में पहली बार 24000 अंक के नीचे बंद हुआ जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया 29 माह के निम्न स्तर 68.02 रुपये पर बंद हुआ। कमजोर रुपया विदेश में पढ़ाई लिखाई से लेकर घूमने-फिरने और आयात होने वाली चीजों की महंगाई बढ़ाएगा।