भारत और पाक विदेश मंत्री 37वीं सार्क मंत्री परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए नेपाल पहुंचे, दोनों नेताओं की मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की संभावना
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के साथ बातचीत के बाद कहा कि पठानकोट आतंकवादी हमले की अपनी जांच आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान की एक संयुक्त जांच टीम 27 मार्च को भारत पहुंचेगी।
डोनाल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन ने मंगलवार को पांच बड़े राज्यों में हुए प्राइमरी चुनावों में से अधिकांश में बड़ी जीत दर्ज करके अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी-अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनने की दावेदारी को आज और पुख्ता कर लिया।
म्यांमार की संसद ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की के करीबी और लंबे समय से सहयोगी रहे हेतिन काव को करीब आधी सदी बाद देश का पहला असैनिक राष्ट्रपति चुन लिया। पूर्व में सैन्य शासन के अधीन रहे देश के राजनीतिक इतिहास में यह एक नया मोड़ है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नेपाल में दक्षेस देशों के मंत्रियों की बैठक के इतर 17 मार्च को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात करेंगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने यहां बताया कि अजीज पाकिस्तान में आयोजित होने वाले 19वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के शासनाध्यक्षों और राष्ट्राध्यक्षों को शामिल होने का न्यौता देने के लिए नेपाल में संबद्ध देशों के विदेश मंत्रियों से मिलेंगे।
न्यायपालिका पर आप या हम कोई प्रश्नचिह्न लगाएं, तो अवमानना कानून की लक्ष्मण रेखा सामने आ सकती है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर विराजमान राष्ट्रपति स्वयं न्याय की वर्तमान व्यवस्था एवं उसकी साख पर संकट की बात करें, तो निश्चित रूप से सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की आवाज उठनी चाहिये।
राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने आज रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की होड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप को बीमारू झूठा करार दिया। दरअसल ट्रंप ने सैंडर्स पर आरोप लगाया था कि शुक्रवार को शिकागो में हुई उनकी रैली में हिंसक विरोध प्रदर्शनों का अभियान सैंडर्स ने ही आयोजित किया था।
रेडियो पर एक गाना बहुत बजता है- ‘चेहरा न देखो, चेहरे ने लाखों को लूटा।’ यों यह गीत प्यार-मोहब्बत से जुड़ा है। लेकिन नेताओं-मंत्रियों के लिए इन शब्दों के अलग-अलग अर्थ लगाए जाते हैं। भोली भाली जनता चेहरे और वायदे पर वोट दे देती है। फिर खून-पसीने की मेहनत की कमाई का एक हिस्सा टैक्स के रूप में सरकारी खजाने को देती है। इसी सरकारी खजाने की रकम से सरकार में बैठे प्रभावशाली नेता-मंत्री अपना चेहरा चमकाए रखना चाहते हैं।
यमुना के जल ग्रहण क्षेत्र में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के आर्ट आॅफ लिविंग द्वारा शुक्रवार से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन को लेकर पर्यावरण संबंधी चिंताओं के चलते कुछ विवाद उत्पन्न होने के बाद अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसमें हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।