![आजादी विशेष | इन कानूनों में अब भी बंधे हम](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/3855371c1d809bd531acfc9809d0f30c.jpg)
आजादी विशेष | इन कानूनों में अब भी बंधे हम
आजादी के 68 साल के जश्न के बीच आजादी का अहसास किन-किन बंद तालों से आज भी टकरा रहा है, इसकी पड़ताल की जरूरत बेहद शिद्दत से महसूस की जा रही है। ये ताले जब कानूनों के हों तो फिर आजादी की तड़प बंद पिंजरे में फडफ़ड़ाती है।