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Search Result : "पार्टी मुखिया"

क्या आप यह कलंक धो पाएगी?

क्या आप यह कलंक धो पाएगी?

आम आदमी पार्टी में यानी आप में जिस तरह जूतम पैजार चल रही है इससे इतना साफ हो जाता है कि पार्टी नेतृत्व किसी भी तरह की आलोचना सुनने के लिए तैयार नहीं है। पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाला जा चुका है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और उनके गुट की निरंकुशता के किस्से मीडिया में आम हैं।
केजरीवाल का एक और स्टिंग

केजरीवाल का एक और स्टिंग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कथित तौर पर एक और नया स्टिंग सामने आया है। जिसमें केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के नेता प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को गालियां दी हैं। इससे जाहिर हो रहा है कि आम आदमी पार्टी में झगड़ा और बढ़ता जा रहा है। केजरीवाल ने इस बातचीत में पार्टी के नेताओं को लात मारकर बाहर निकालने की बात भी कर रहे हैं।
राजनीति की नर्सरी है छात्र राजनीति

राजनीति की नर्सरी है छात्र राजनीति

समाजवादी छात्र सभा केे निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह यादव का मानना है कि छात्र राजनीति से ही राजनीति की शुरुआत होती है। अगर राजनीति के क्षेत्र में युवा जाना चाहते हैं तो छात्र राजनीति से इसकी शुरुआत करनी चाहिए। छात्र राजनीति से अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत करने वाले सुनील आज के युवाओं को राजनीति से जुड़ने का आह्वान भी करते हैं। लोकतंत्र में छात्र राजनीति को अहम मानने वाले सुनील सिंह यादव से आउटलुक ने बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
पुलिस ने मांगी भारती के खिलाफ मुकदमे की इजाजत

पुलिस ने मांगी भारती के खिलाफ मुकदमे की इजाजत

दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को यहां एक अदालत से कहा कि पिछले साल सोमनाथ भारती द्वारा आधी रात को मारे गए छापे के दौरान अफ्रीकी महिलाओं के साथ हुई कथित छेड़खानी के मामले में आप नेता के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए वह प्राथमिकता के आधार पर सक्षम अधिकारी से मंजूरी लेने का प्रयास कर रही है।
इस्तीफा दिया नहीं, फिर भी स्वीकार

इस्तीफा दिया नहीं, फिर भी स्वीकार

आम आदमी पार्टी में योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण के इस्तीफे को लेकर घमासान मच गया है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के मुताबिक दोनों नेताओं का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है जबकि योगेन्द्र और प्रशांत का कहना है कि उन्होने इस्तीफा नहीं दिया है।
वीके सिंह का गुस्सा मोदी को महंगा पड़ेगा

वीके सिंह का गुस्सा मोदी को महंगा पड़ेगा

पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित पार्टी में पहुंचे केंद्रीय मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने ट्वीट के जरिए जो गुस्सा निकाला वह मीडिया के लिए नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी की सरकार पर भी है। क्योंकि वीके सिंह को ऐसे समय में उस कार्यक्रम में जाने के लिए कहा गया जिसके लिए वह तैयार नहीं थे और मीडिया में सरकार की जगह सिंह की किरकिरी हुई।
वीके सिंह खफा क्यों हैं

वीके सिंह खफा क्यों हैं

पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित पार्टी में पहुंचे रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने वहां से निकलने के बाद गुस्से के अंदाज में एक के बाद एक ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की। सिंह ने कुल छह ट्वीट किए जिनमें तीन ट्वीट में कर्तव्य के बारे में बताया है और तीन ट्वीट में वितृष्णा की परिभाषा दी है।
आप का एजेंडा क्या है

आप का एजेंडा क्या है

क्या आम आदमी पार्टी (आप) सचमुच लोकतांत्रिक मूल्यों या सामाजिक सरोकारों के लिए लड़ना चाहती है या जैसे-तैसे चुनाव जीतना ही इसका पहला मक़सद है? पार्टी के भीतर चल रही उथल-पुथल से यह अहम सवाल पैदा होता है।
सपा की राजनीति में खींचतान

सपा की राजनीति में खींचतान

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तबीयत नासाज होने से पार्टी के भीतर खींचतान होने के आसार हो गए हैं।
क्या फिर शाह या मात

क्या फिर शाह या मात

भारतीय जनता पार्टी में नए अध्यक्ष के लिए अक्टूबर-नवंबर को होने वाले चुनाव को लेकर सुगबुगाहट अभी से तेज हो गई हैं।
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