डीयू छात्रसंघ चुनाव में इस बार भी यह मुकाबला प्रमुख रूप से एबीवीपी (ABVP) और एनएसयूआई (NSUI) के बीच रहा। जिसमें चार साल बाद एनएसयूआई को बड़ी कामयाबी हासिल हुई।
लेफ्ट का गढ़ माने जाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों का दबदबा कायम है। सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर वाम गठबंधन की जीत हुई। एबीवीपी दूसरे स्थान पर रही है जबकि बापसा जेएनयू में बड़ी ताकत बनकर उभरा।
भाजपा सांसद किरण खेर का कहना है कि महिला से छेड़छाड़ मामले में चंडीगढ़ पुलिस पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं था, इसमें हरियाणा भाजपा अध्यक्ष के बेटे और एक अन्य व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उनका कहना है कि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय जरूर मिलेगा।