उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र पुलिस कानून में 2014 में किए गए संशोधन के कार्यान्वयन पर आज रोक लगा दी। इस संशोधन के तहत बार और कुछ अन्य स्थलों पर डांस कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
पंजबा के फरीदकोट में पवित्र किताब के कथित अपमान से नाराज सिख प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव में आज 8 पुलिसकर्मियों सहित 15 लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया जबकि पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों से बेकाबू भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का स्टिंग करने वाले यूपी के निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के लखनऊ स्थित घर पर विजलेंस टीम ने छापा मारा है। अमिताभ ठाकुर ने इसे बदले की कार्रवाई करार देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के इशारे पर उन्हें फंसाया जा रहा है। गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही अमिताभ ठाकुर ने विजिलेंस विभाग के निदेशक के खिलाफ गलत दस्तावेजों के जरिये फंसाने की एफआईआर दर्ज कराई थी।
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र में आज गोहत्या की आशंका से भड़की भीड़ ने पुलिस पर पथराव तथा आगजनी की। इस मामले में कुल 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने दादरी घटना को गहरी साजिश करार देते हुए कहा है कि इस मामले में तीन लोगों के नाम सामने आए हैं। समीक्षा के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी भले ही उत्तर प्रदेश सरकार को कुर्बान ही क्यों ना करना पड़ जाए।
संतों और स्थानीय लोगों द्वारा निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा और आगजनी में आठ पुलिस वालों समेत कम से कम 12 लोग घायल हो गए। स्थिति को काबू में लाने के लिए बनारस के कई इलाकों में कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू भी लगाना पड़ा। पथराव, आगजनी, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और उपद्रव के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद अगर कोई झूठी अफवाह फैलाता है तो पुलिस उस पर कार्रवाई कर सकती है। ताजा मामला सहारनपुर का है जहां रितु राठौर नाम की एक महिला के खिलाफ गाय से संबधित अफवाह फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि रितु राठौर भाजपा से जुड़ी हैं।
गौमांस की अफवाह पर पीट-पीटकर मारे गए मोहम्मद अखलाक के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी, महेश शर्मा, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अखलाक के परिजनों से मिलने की सुध आई है। लेकिन दादरी जाकर पीड़ितों से मिलने के बजाय अखिलेश यादव ने उन्हें लखनऊ बुलवा लिया।