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भगत सिंह को आतंकवादी बताने वाली डीयू की किताब पर लोकसभा में आपत्ति

भगत सिंह को आतंकवादी बताने वाली डीयू की किताब पर लोकसभा में आपत्ति

दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई जा रही एक पुस्तक में शहीद ए आजम भगत सिंह को क्रांतिकारी-आतंकवादी बताए जाने पर आहत उनके परिजनों ने आपत्ति जताते हुए इस मुद्दे को डीयू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के समक्ष उठाया है। लोकसभा में भी इस मुद्दे को उठाया गया जिससे सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
बिहार के गांव से तिहाड़ तक के सफर पर किताब लिखेंगे कन्हैया

बिहार के गांव से तिहाड़ तक के सफर पर किताब लिखेंगे कन्हैया

जेएनयू में कथित देशविरोधी नारेबाजी के बाद देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हुए छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार अपनी जीवन यात्रा पर अब एक किताब लिखेंगे। इस किताब में कन्हैया बिहार के एक गांव से शुरु होकर देशद्रोह के आरोप में दिल्ली के तिहाड़ जेल जाने तक के अपने जीवन के सफर पर रौशनी डालेंगे।
ग्रामोदय से भारत उदय के जरिए गांवों में पकड़ बनाने की जुगत

ग्रामोदय से भारत उदय के जरिए गांवों में पकड़ बनाने की जुगत

बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शुरु हुए केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी योजना 'ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान को लेकर विपक्ष भले ही आलोचना कर रहा हो लेकिन सरकार इस अभियान से उत्साहित है। भाजपा इस अभियान को ग्रामीण इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गई है। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है वहां तो इस अभियान को बड़े ही वृहद स्तर पर चलाया जा रहा है और जहां पार्टी की सरकार नहीं है वहां कार्यकर्ता ही इस अभियान की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। तीन चरणों में चले इस अभियान का लक्ष्य गांवों में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करके, सामाजिक सद्भाव बढ़ाने, ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने, किसानों की प्रगति और गरीब लोगों की जीविका के लिए राष्ट्रव्यापी प्रयास है।
'चित्त चेते' के लिए पद्मा सचदेव को मिला सरस्वती सम्मान

'चित्त चेते' के लिए पद्मा सचदेव को मिला सरस्वती सम्मान

डोगरी की विख्यात साहित्यकार पद्मा सचदेव की आत्मकथा चित्त चेते को 2015 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया है। साल 2005 से 2014 की अवधि में प्रकाशित पुस्तकों पर विचार करने के बाद चयन परिषद् ने सचदेव की आत्मकथा को प्रतिष्ठित सरस्वति सम्मान के लिए चुना।
गांव में मधुमेह और टीबी का प्रकोप

गांव में मधुमेह और टीबी का प्रकोप

देश की करीब 70 प्रतिशत आबादी गांव में निवास करती है और छोटी छोटी बीमारियों के उपचार के लिए लोगों को कर्ई कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। गांव देहात में स्वास्थ्य केंद्रों एवं डॉक्टरों की भारी कमी है, वहीं देश में मधुमेह, टीबी से प्रभावित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों का व्यवस्थित नेटवर्क बनाने, पर्याप्त कोष देने एवं डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
किसानों और गांवों की समृद्धि से देश विकसित होगा- मोदी

किसानों और गांवों की समृद्धि से देश विकसित होगा- मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को किसानों, राज्यों और केंद्र सरकार सहित सभी हितधारकों से 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प‍ लेने का आह्वान किया।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगी कई अहम मुद्दों पर चर्चा

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगी कई अहम मुद्दों पर चर्चा

शनिवार से शुरू होने जा रहे भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है जिनमें कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे दुष्प्रचार के अलावा किसानों और गांव के लिए बजट में किए गए प्रावधानों पर चर्चा होगी।
हर जन्म मोहे बिटिया ही दीजो

हर जन्म मोहे बिटिया ही दीजो

हरियाणा के गांव किनाना के रहने वाले संजय के घर में बेटी पैदा होने पर जश्न मनाया गया। ऐसा पहली दफा हुआ कि बेटी होने पर किसी ने गांव में जश्न मनाया हो। इस मौके पर गांव के लोगों को भोजन करवाया गया और डीजे और ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गाकर कुआं पूजन करवाया गया।
गांव गरीब की मटकी में मीठा, कारोबारियों की थाली में मलाई

गांव गरीब की मटकी में मीठा, कारोबारियों की थाली में मलाई

देश में सरकार की चौतरफा हो रही आलोचना के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जब वर्ष 2016-17 का बजट प्रस्तुत करने 29 फरवरी को लोकसभा में खड़े हुए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी सरकार दम साधे यह देख रही थी आखिर यह बजट उन्हें जनता के बीच खड़े होने का भी मौका देगा या नहीं। लेकिन जेटली सब तय करके बैठे थे और उन्होंने बजट भाषण की शुरुआत ही इन पंक्तियों से करके अपने इरादे जता दिए थे: 'कश्ती चलाने वाले ने जब हार के दी पतवार हमें लहर-लहर तूफान मिले और मौज-मौज मंझधार हमें फिर भी दिखाया है हमने और फिर ये दिखा देंगे सबको इन हालात में आता है दरिया पार करना हमें
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