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Search Result : "पेशेवर मुक्‍केबाज"

बेरोजगारों की फौज खड़ी कर रहे हैं ज्यादातर बिजनेस स्कूल: एसोचैम

बेरोजगारों की फौज खड़ी कर रहे हैं ज्यादातर बिजनेस स्कूल: एसोचैम

मोटी रकम लेकर एमबीए का कोर्स करा रहे ज्यादातर बिजनेस स्कूलों से बेरोजगारों और अर्द्धबेरोजगार पेशेवरों की खेप दर खेप निकल रही हैं। उद्योग मण्डल एसोचैम के एक ताजा अध्ययन में किए गए महत्वपूर्ण सर्वेक्षण में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।
ट्रंप ने कहा, भारतीय छात्रों को नहीं निकालना चाहिए

ट्रंप ने कहा, भारतीय छात्रों को नहीं निकालना चाहिए

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से दावेदारी की होड़ में सबसे आगे चल रहे अरबपति कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय छात्रों के पक्ष में आवाज उठाते हुए कहा है कि अमेरिका में पढ़ रहे इन भारतीयों छात्रों को डिग्री मिलते ही बाहर नहीं निकाला जाना चाहिए क्योंकि देश को उनके जैसे तेज-तर्रार लोगों की जरूरत है।
पेशेवर बॉक्सिंग में विजेंदर का शानदार आगाज

पेशेवर बॉक्सिंग में विजेंदर का शानदार आगाज

भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने पेशेवर मुक्केबाजी में शानदार आगाज करते हुए मैनचेस्टर में ब्रिटेन के सोनी वाइटिंग को नाकआउट कर दिया।
गरीबी में पूर्व बॉक्‍सर बना सफाईकर्मी, लेकिन छोड़ी नहीं आस

गरीबी में पूर्व बॉक्‍सर बना सफाईकर्मी, लेकिन छोड़ी नहीं आस

15 साल की उम्र में अभिनेता धर्मेंद्र की फिल्म मैं इंतकाम लूंगा देखकर मुक्केबाजी रिंग में उतरे कमल कुमार वाल्मीकि ने जिला और प्रदेश स्तर पर कई पदक जीते और उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया। लेकिन एक सफाई कर्मचारी का यह होनहार मुक्केबाज बेटा पैसों की तंगी के कारण आगे नही खेल सका और अब यह अपने मुक्केबाजी के करियर के सपनों को दफन कर रोजी रोटी के लिये 4200 रूपये प्रति माह पर कूड़ा-गंदगी उठा रहा है।
अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।
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