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Search Result : "प्रेस की आजादी"

भाजपा महासचिव के बोल : साबरमती के संत ने नहीं, अमर क्रांतिकारियों ने दिलाई आजादी

भाजपा महासचिव के बोल : साबरमती के संत ने नहीं, अमर क्रांतिकारियों ने दिलाई आजादी

विवादित बयान देने में भाजपा नेताओं का कोई मुकाबला नहीं है। पार्टी के बड़े नेता विवाद भरे बयान देेकर चर्चा में आने से नहीं चूकते हैं। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अब राष्‍ट्रपति महात्‍मा गांधी पर ऊंगली उठाई है। वियवर्गीय ने साफ कहा है कि आजादी में महात्‍मा गांधी की कोई भूमिका नहीं थी।
चर्चाः परदेसी का दर्द जाने न कोई | आलोक मेहता

चर्चाः परदेसी का दर्द जाने न कोई | आलोक मेहता

परदेसी होने का आनंद बहुत दिखाई देता है लेकिन उनके दिल का दर्द आसानी से नहीं समझा जा सकता। भारत से जाकर परदेस में बसे भारतीयों पर हमें गौरव महसूस होता है।
चर्चाः शाह की चुप्पी की सलाह कितनी जायज

चर्चाः शाह की चुप्पी की सलाह कितनी जायज

ताकत मौन में या मीडिया के पास? मीडिया कहां चुप रहे, कहां मुंह खोले और कहां ध्यान दे? सत्ता में आने के बाद अधिकांश राजनेता मीडिया को नई राह दिखाने की कोशिश करते हैं। पत्रकारिता की ‘लक्ष्मण रेखा’ पार करने वाले एक वर्ग के कारण मीडिया को घेरने की गुंजाइश बनती है।
अंग्रेजों के एजेंट थे सावरकरः काटजू

अंग्रेजों के एजेंट थे सावरकरः काटजू

एक ओर जहां केंद्र सरकार आज देश में विनायक दामोदर सावरकर जयंती मना रही है वहीं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और भारतीय प्रेस परिषद के पूर्व अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने सावरकर के स्वतंत्रता सेनानी होने पर ही सवाल उठा दिए हैं और कहा है कि वह अंग्रेजों के एजेंट थे।
माल्‍या लौटने को राजी, चाहते हैं आजादी और सुरक्षा, लोन भी चुकाएंगे

माल्‍या लौटने को राजी, चाहते हैं आजादी और सुरक्षा, लोन भी चुकाएंगे

बैंकों के 9000 करोड़ का लोन नहीं चुकाने पर दिवालिया घोषित हो चुके विजय माल्या जल्‍द भारत लौटना चाहते हैं। लेकिन इसके लिए उन्‍होंने कुछ शर्त रखी है। मीडिया की खबरों के अनुसार माल्या का कहना है कि उनकी सुरक्षा और आजादी का सरकार को पूरा भरोसा देना होगा।
‘भारत में मीडिया के लिए खतरनाक माहौल’

‘भारत में मीडिया के लिए खतरनाक माहौल’

भारत पत्रकारों पर हमले के मामले में विश्व में 13वें नंबर पर है और भारत में उत्तर प्रदेश इस मामले में पहले नंबर एक पर। हाल ही में झारखंड में पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह और उसके बाद बिहार के सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या ने देश में पत्रकारों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
चर्चाः अभिव्यक्ति पर चौतरफा हमले | आलोक मेहता

चर्चाः अभिव्यक्ति पर चौतरफा हमले | आलोक मेहता

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कह दिया कि ‘अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार असीमित नहीं है।’ गंभीर मानहानि के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 500 के तहत दो साल की सजा भी दी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रह्मण्यम स्वामी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल पर दायर मानहानि के मामले की सुनवाई में यह व्यवस्‍था दी।
चर्चाः मीडिया को बख्‍शा नहीं जाए | आलोक मेहता

चर्चाः मीडिया को बख्‍शा नहीं जाए | आलोक मेहता

सत्ताधारियों को तलवार लटकाना बहुत अच्छा लगता है। इसी तरह मीडिया का एक वर्ग सदा यह समझता रहा है कि वह सर्वश‌िक्‍तमान है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ सत्ता को बनाने-बिगाड़ने और देश की दशा तय करने का काम कर सकता है। यह दोनों प्रवृत्ति लोकतांत्रिक व्यवस्‍था में अनुचित है।
उत्तर कोरिया के भड़काउ कदमों से बढ़ी अमेरिका की चिंंता

उत्तर कोरिया के भड़काउ कदमों से बढ़ी अमेरिका की चिंंता

उत्तर कोरिया द्वारा पांचवे परमाणु परीक्षण की तैयारी से जुड़ी खबरों के बीच अमेरिका ने ऐसे भड़काउ कृत्यों पर चिंता जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि वह इस अलग-थलग पड़े देश को अंतरराष्ट्रीय कर्तव्यों के पालन को मजबूर करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाना जारी रखेगा।
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