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Search Result : "प्रोफेसर लोकेश चंद्र"

एक शाम वतन की राह पर

एक शाम वतन की राह पर

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल सीपी और चर्चित बांसुरी वादक मुक्तेश चंद्र जी ने पहली बार देश भक्ति के गीतों पर अपनी बांसुरी की तान छेड़ी।
छह कारणों से नेताजी की फाइलें नहीं खोल रही भाजपा सरकार

छह कारणों से नेताजी की फाइलें नहीं खोल रही भाजपा सरकार

5 मई को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने आधिकारिक तौर पर माना कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्यों की 20 सालों तक कथित जासूसी की जांच वह नहीं करवाने जा रही है। गृहराज्यमंत्री हरिभाई पारथी भाई चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में यह भी माना कि नेताजी से संबंधित और कोई दस्तावेज सरकार सार्वजनिक नहीं करेगी।
नेताजी फाइलें: इंदिरा ने नष्ट कीं, अटल ने छिपाईं

नेताजी फाइलें: इंदिरा ने नष्ट कीं, अटल ने छिपाईं

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक नायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस 48 वर्ष के थे जब कहते हैं कि 18 अगस्त 1945 को ताइवान में एक जापानी युद्धक विमान की दुर्घटना में उनकी मौत हो गई
नेताजी पर सरकार का पाखंड

नेताजी पर सरकार का पाखंड

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत के रहस्य के मसले पर कांग्रेस की सरकारों, खासकर पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ आग उगलने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली वाजपेयी सरकार और वर्तमान नरेंद्र मोदी सरकार ने भी इससे संबंधित विभिन्न आयोगों की रिपोर्टों, खुफिया सूचनाओं और अन्य दस्तावेजों के खुलासे से इनकार किया।
‘बांसुरी मेरा पहला प्यार है’-मु्‍क्तेश चंद्र

‘बांसुरी मेरा पहला प्यार है’-मु्‍क्तेश चंद्र

दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त यातायात मुक्तेश चंद्र का नाम सुनते ही एक दबंग अंदाज, कड़क मिजाज और अनुशासन प्रिय अधिकारी की छवि उभरकर सामने आती है। लेकिन इस छवि के अलावा मुक्तेश चंद्र की पहचान एक बांसुरी वादक के रुप में भी है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी मुक्तेश चंद्र से बांसुरी के प्रति उनके लगाव और निष्ठा को लेकर बातचीत की गई। पेश है प्रमुख अंश-
पेनसिल्वेनिया यूनीवर्सिटी में भारतीय प्रोफेसर बने डीन

पेनसिल्वेनिया यूनीवर्सिटी में भारतीय प्रोफेसर बने डीन

विजय कुमार 2012-14 के दौरान व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी में रोबोटिक्स एवं साइबर भौतिक प्रणाली के सहायक निदेशक के तौर पर काम कर चुके हैं। अब वह पेन इंजीनियरिंग के अगले डीन होंगे।
काटजू को गुस्सा क्यों आता है?

काटजू को गुस्सा क्यों आता है?

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू फिर चर्चाओं में हैं। इस बार उन्होंने राष्ट्र पिता माने जाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी यानी महात्मा गांधी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस की आलोचना की है। उन्होंने गांधी को फर्जी और बोस को जापानी फासिस्टों का एजेंट कहा है। काटजू के बयान के लिए राज्यसभा में उनकी निंदा का प्रस्ताव पास किया जा चुका है।
भारत में सभी बलात्कारी नहीं, फिर भी अंदर झांके

भारत में सभी बलात्कारी नहीं, फिर भी अंदर झांके

भारत में बलात्कार की संस्कृति का हवाला देते हुए भारतीय छात्र को इंटर्नश‌िप के ल‌िए मना करने वाली जर्मन प्रोफेसर बेक सिकिंगर भारत में जर्मन राजदूत की चिट्ठी के जरिये झाड़ के बाद बेशक अपने कहे से मुकर गईं हों लेक‌िन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन दिनों भारत सरकार और भारतीयों की जो छव‌ि सामने आई है वह भारतीयों के लिए शर्मनाक है।
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