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Search Result : "बरेली यूनिवर्सिटी"

‘ये लोग फ्री सेक्स का मतलब नहीं जानते’

‘ये लोग फ्री सेक्स का मतलब नहीं जानते’

फेसबुक और ट्विटर संवाद बनाने का जरिया है। मैंने अपने फेसबुक पर ऐसी सेटिंग्स की हुई थी कि मेरी वॉल पर कोई दूसरा कुछ लिख नहीं सकता था। बहुत से लोगों ने मुझसे कहा कि आप अपनी सेटिंग्स बदल दें ताकि हम आपसे संवाद में शामिल हो सकें। मैंने ऐसा कर दिया। कुछ समय पहले मैंने जेएनयू और जादवपुर यूनिवर्सिटी की छात्राओं पर लगे फ्री सेक्स के आरोप पर एक लेख लिखा। मैंने लिखा- ‘लड़कियों को फ्री सेक्स की गाली क्यों दी जाती है, पुरुषों को क्यों नहीं? क्योंकि माना जाता है कि पुरुषों को फ्री सेक्स का हक है।’ पुरुषों के लिए फ्री सेक्स कॉम्लीमेंट जैसा है। सही मायने में राजनीतिक तौर पर बेबाक महिलाओं को शर्मिंदा करने के लिए उन्हें रं...या फ्री सेक्स करने वाली कहा जाता है। मेरा यह लेख काफी शेयर हुआ। मैंने इसे अपनी फेसबुक वॉल पर भी शेयर किया। मेरे इस लेख में किसी ने कमेंट किया कि ‘तेरी मां भी फ्री सेक्स करती होगी?, तेरा बाप कौन है तू जानती भी नहीं.. ’ मेरी मां ने इसका जवाब दिया- ‘हां, मैंने फ्री सेक्स किया है। फ्री नहीं किया तो वह बलात्कार होता। फ्री का मतलब सहमति से सेक्स करना है, किसी को बंधक बनाकर सेक्स करना बलात्कार होता है।’ इसी से गालियों का सिलसिला शुरू हो गया। मेरे पिता, पति, भाई, बहन, मां सभी को गालियां और मुझे बलात्कार की धमकी दी गई।
ओबामा ने की सीमाओं और मुस्लिमों से जुड़ी 'ट्रंप नीति' की आलोचना

ओबामा ने की सीमाओं और मुस्लिमों से जुड़ी 'ट्रंप नीति' की आलोचना

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक और अमेरिका तथा अन्य देशों के बीच दीवार खड़ी करने की डोनाल्ड ट्रंप की नीति की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि ऐसा करने से चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के प्रमुख सहयोगी अलग-थलग पड़ जाएंगे।
जेएनयू मामले का आईएसआईएस उठाना चाहता था फायदा

जेएनयू मामले का आईएसआईएस उठाना चाहता था फायदा

आतंकी संगठन आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) भारत में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देशविरोधी नारेबाजी के बाद मचे हंगामे का फायदा उठाना चाहता था। आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित एक संदिग्ध आतंकियों के राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सामने दिए बयान के बाद इस तरह की जानकारी सामने आई।
ऑनलाइन थेरेपी से बेहतर तरीके से हो सकता है अवसाद का इलाज

ऑनलाइन थेरेपी से बेहतर तरीके से हो सकता है अवसाद का इलाज

तनाव और चिंता से भरी इस जिंदगी में आज के समय तैजी से बहुत से लोग अवसाद और बेचैनी व घबराहट की समस्या का सामना कर रहे हैं। इनके इलाज के अनुसंधान में लगे वैज्ञानिकों का कहना है कि बेचैनी और अवसाद के लिए आम प्राथमिक देखभाल की जगह मरीज को ऑनलाइन थेरेपी उपलब्ध कराना कहीं ज्यादा कारगर इलाज हो सकता है।
छात्र पहले आंदोलन खत्म करें तब होगी सुनवाईः हाईकोर्ट

छात्र पहले आंदोलन खत्म करें तब होगी सुनवाईः हाईकोर्ट

दिल्ली उच्च न्यायालय ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार से छात्रों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को तत्काल समाप्त करने के लिए कहा है।
मोदी ने एमए में नाम बदला थाः गुजरात यूनिवर्सिटी

मोदी ने एमए में नाम बदला थाः गुजरात यूनिवर्सिटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों और मार्कशीटों में विसंगतियों के आम आदमी पार्टी (आप) के दावों के बीच गुजरात यूनिवर्सिटी ने आज कहा कि मोदी ने अपने नाम में जरा सा बदलाव किया था और अपने नाम से कुमार हटा लिया था।
घरेलू विवाद में हुई थी एनआईए अधिकारी की हत्या, दो गिरफ्तार

घरेलू विवाद में हुई थी एनआईए अधिकारी की हत्या, दो गिरफ्तार

एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया है। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि घरेलू विवाद की वजह से अहमद की हत्या की गई।
अलीगढ़ तहजीब दिवस पर उमड़ीं शख्सियतें

अलीगढ़ तहजीब दिवस पर उमड़ीं शख्सियतें

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सय्यद अहमद खां की यौम-ए-वफात के मौके पर बर्नी फाउंडेशन की ओर से अलीगढ़ तहज़ीब दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एएमयू शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर रजाउल्लाह खान ने की। अलीगढ़ तहजीब दिवस (यौम-ए-तहजीब अलीगढ़) के मौके पर समाज के अलग-अलग हिस्सों में काम कर रहे लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर अलीगढ़ शहर मुफ्ती खालिद हमीद साहब भी मौजूद थे।
उस्मानिया विश्वविद्यालय में तनाव, पथराव में सात पुलिसकर्मी घायल

उस्मानिया विश्वविद्यालय में तनाव, पथराव में सात पुलिसकर्मी घायल

उस्मानिया विश्वविद्यालय के छात्रों के एक समूह द्वारा बुधवार को किये गए पथराव में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। छात्रों के समूह ने पुलिसकर्मियों पर तब पथराव किया जब पुलिस परिसर स्थित पानी की एक टंकी में मिले एक व्यक्ति के शव को निकालकर ले जा रही थी। इस घटना को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में तनाव उत्पन्न हो गया।
वोट बैंकों का एनपीए

वोट बैंकों का एनपीए

आधुनिक लाइफस्टाइल में देश के हर छोटे-बड़े परिवार में बुजुर्गों को एनपीए समझा जाने लगा है
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