केन्द्र का कहना है, “सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन साक्ष्यों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम साक्ष्य नहीं हो सकता।”
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद भी यहां अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रहे। आए दिन प्रदेश में एक के बाद एक कई वारदातें सामने आ रही हैं। सहारनपुर हिंसा और जेवर-बुलंदशहर हाईवे पर हुई लूट जैसी वारदात के बाद सीतापुर से डबल मर्डर की घटना सामने आई है।