महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव का प्रचार अब समाप्त होने को है। शिव सेना ने एेसे में भाजपा पर हमले तेज करते हुए अपने पूर्व सहयोगी को कोबरा बताया है।
बाल ठाकरे की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए सहयोगी शिवसेना ने कहा कि दिवंगत नेता ठाकरे ने कभी भी 56 ईंच का सीना नहीं दिखाया लेकिन देश के दुश्मन उनके नाम से ही डरते थे और वह नरेन्द्र मोदी के साथ उस वक्त खड़े थे जब गोधरा दंगे के बाद भाजपा उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहती थी।
केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर पार्टी पर निशाना साध दिया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इस बात के संकेत दिए कि मुंबई महानगर पालिका के चुनावों में पार्टी अकेले उतर सकती है।
शिवसेना ने सोमवार को प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी से कहा है कि उन्हेें भूमिपुत्रों के लिए नौकरियों की रक्षा करने के लिए अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीख लेनी चाहिए और देश में भारतीयों के रोजगार छीन रहे पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
नोटबंदी को लेकर केंद्र पर कई बार निशाना साधने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज इस कदम को आम आदमी से लूट बताया और भाजपा से पूर्व प्रधानमंत्राी मनमोहन सिंह की बात को गंभीरता से लेने को कहा क्योंकि वह जाने माने अर्थशास्त्री हैं।
नोटबंदी के फैसले से आम लोगों को हो रही परेशानी को लेकर भाजपा को जहां अपनी ही सहयोगी शिवसेना के हमलों का सामना करना पड़ रहा है वहीं अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी मोदी सरकार पर तंज कसा है।
देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि सेना को दिया जाने वाले दान स्वेच्छा से होना चाहिए, इसके लिए किसी पर जोर-जबरदस्ती की जरूरत नहीं है। यह बात उन्होंने राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस द्वारा फिल्म निर्माताओं पर दान देने का दबाव बनाने के संदर्भ में कही। राज ठाकरे के इस मांग की कई लोगों ने आलोचना की है।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने कहा है कि किसी से देशभक्ति का सबूत मांगना गलत है और देश में किसी को भी देशभक्ति का सबूत देने की जरूरत नहीं है।
महाराष्ट्र में मिलकर सरकार चला रहे भाजपा और शिवसेना गठबंधन के बीच खींचतान लगातार चल रही है। विधानसभा चुनाव में भाजपा के अकेले दम लड़कर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन जाने की फांस अब भी शिवसेना के गले अटकी हुई है।