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Search Result : "बिल्‍किस दादी"

चोट के बीच किस तरह उबरेंगे आरसीबी के धुरंधर?

चोट के बीच किस तरह उबरेंगे आरसीबी के धुरंधर?

आईपीएल के दसवें संस्‍करण में पिछली बार की उप विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर की टीम के सामने अपने अहम खिलाड़ियों की चोट के बीच चमकीला सफर जारी रखने की चुनौती है। टीम ने टूर्नामेंट में तीन बार फाइनल खेला है। पर उसे खिताबी जीत अभी तक नहीं मिली है। चोट के बीच क्‍या तीन बार की तरह इस बार भी आरसीबी खिताब जीतने से वंचित रह जाएगी?
'याची बताए, किस कानून से लोकसभा में हारे प्रत्याशी को राज्यसभा में जाने से रोक सकते हैं?'

'याची बताए, किस कानून से लोकसभा में हारे प्रत्याशी को राज्यसभा में जाने से रोक सकते हैं?'

लोकसभा चुनाव में हारने के बाद राज्यसभा के रास्ते सांसद बनने पर रोक लगाने संबंधित याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने सवालिया निशान उठाए हैं। न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी और विनोद गोयल की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता से कहा कि कानून बनाना और उसमें बदलाव करना न्यायपालिका का काम नहीं है, इसके लिए सरकार को चुना जाता है। न्यायपालिका केवल इस बात की समीक्षा कर सकती है कि यह कानून देश के बुनियादी ढांचे व संविधान के अनुरूप बनाए गए हैं या नहीं।
राहुल ने दादी इंदिरा की याद में निकाला मार्च, पीएम मोदी  ने भी किया याद

राहुल ने दादी इंदिरा की याद में निकाला मार्च, पीएम मोदी ने भी किया याद

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। 31 अक्टूबर 1984 के दिन ही उनकी हत्या हुई थी। इस मौके पर सोमवार सुबह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने पार्टी मुख्यालय से इंदिरा गांधी मेमोरियल तक मार्च निकाला।
सपा में घमासान जारी : ऊंट किस करवट बैठेगा, अंदाजा लगाना मुश्किल

सपा में घमासान जारी : ऊंट किस करवट बैठेगा, अंदाजा लगाना मुश्किल

सपा के विधायकों, सांसदों और मंत्रिायों की बैठक के दौरान सत्तारूढ़ यादव परिवार में सोमवार को आरोप-प्रत्यारोप, नोक झोंक और व्यक्तिगत हमले हुए जहां अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के बीच सत्ता संघर्ष ने नाटकीय मोड़ ले लिया। वहीं इस दौरान मुख्यमंत्राी पर नयी पार्टी लांच करने की योजना बनाने के आरोप भी लगे जिससे उन्होंने इंकार किया है।
‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी’

‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी’

अपने दादा-दादी का नाम लेकर मैदान में उतरने वाली साक्षी मलिक का पैतृक गांव मोखरा जश्न में डूबा है। शहर के सेक्टर-3 स्थित मकान नंबर 45 में माहौल ऐसा, मानो कि मेला लगा हो। आधी रात से शुरू पटाखों का धूम-धड़ाका अभी तक थम नहीं रहा, वहीं बैंड-बाजे, हरियाणवी गीतों पर नाच-गाना भी जमकर हो रहा है। पिता सुखबीर मलिक और मां सुदेश मलिक तो खुशी के मारे ‘बावले’ से घूम रहे हैं। आंखों में खुशी के आंसू लिए कहते हैं, ‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी, बता दिया बेटियां किसी से कम नहीं।’
संघर्ष की दास्तां, किस ऑफ लाइफ

संघर्ष की दास्तां, किस ऑफ लाइफ

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडियन इस्लामिक सेंटर में फिल्म अभिनेता इमरान हाशमी की पहली पुस्तक किस ऑफ लाइफ का विमोचन किया। किताब पेंग्विन रैंडम हाउस से प्रकाशित है।
किस गड्ढे में फंस रही नीतीश और गडकरी की गाड़ी

किस गड्ढे में फंस रही नीतीश और गडकरी की गाड़ी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मिलकर बिहार की सडक़ों के हालात सुधारने की कोशिश में लगे हैं लेकिन गाड़ी कहीं न कहीं अटक जा रही है। चाहे वह सडक़ निर्माण के लिए जमीन के मुआवजे का मामला हो या फिर योजनाओं के लिए धनराशि का। इससे राज्य में सडक़ निर्माण की दिशा में तेजी से काम नहीं हो पा रहा है। यही नहीं, कुछ कंपनियों और ठेकेदारों से लेवी के नाम पर होने वाली वसूली से भी योजनाएं परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। नितिन गडकरी जहां सडक़ निर्माण के लिए गति देने के लिए जाने जाते हैं वहीं नीतीश कुमार की छवि सुशासन बाबू के रूप में मशहूर है, फिर भी योजनाओं को गति नहीं मिल पाने से माना जा रहा है कि कहीं न कहीं कुछ अड़चन है जो विकास की गति को मद्धिम कर रही है।
पाक अदालत ने पूछा, किस कानून के तहत वापस मांगे कोहिनूर

पाक अदालत ने पूछा, किस कानून के तहत वापस मांगे कोहिनूर

पाकिस्तान की एक अदालत ने कोहिनूर वापसी की मांग करने वाली एक याचिका पर सुनवाई के दौरान पूछा है कि किस कानून के तहत पाकिस्तान प्रसिद्ध कोहिनूर हीरे को ब्रिटेन से वापस लाने की मांग कर सकता है जबकि भारत सालों से इसे ब्रिटेन से हासिल करने की कोशिश में लगा है। अदालत ने याचिकाकर्ता को दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने को कहा है।
किस चेहरे पर दांव लगाएगी उत्तर प्रदेश में भाजपा

किस चेहरे पर दांव लगाएगी उत्तर प्रदेश में भाजपा

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी किसके सहारे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी इसको लेकर रस्साकसी जारी है। मौजूदा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी की जगह किसको प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा यह भी पार्टी के लिए कड़ी चुनौती है।
युद्ध या प्रेम: हम किस चीज से प्यार करें?

युद्ध या प्रेम: हम किस चीज से प्यार करें?

मास्को की मुलाकात कोई औपचारिक इंटरव्यू नहीं थी। न ही यह लुक-छिपकर की गई कोई भेंट थी। बढ़िया बात यह थी कि हमारा मिलना किसी सतर्क, कूटनीतिक, औपचारिक एडवर्ड स्नोडेन से नहीं हुआ। अफसोस की बात यह है कि कमरा नंबर 1001 में हुए मजाकों, हास्य और मसखरेपन को उसी तरह व्यक्त नहीं किया जा सकता।
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