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Search Result : "बिहार की बेटी"

सभी केंद्रीय विश्वविद्याल में रोजाना तिरंगा फहराना हुआ अनिवार्य

सभी केंद्रीय विश्वविद्याल में रोजाना तिरंगा फहराना हुआ अनिवार्य

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक अहम फैसले में सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालय को अपने परिसर में रोजाना तिरंगा फहराने के आदेश दिए हैं। गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से साथ हुई केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में देश की एकता और अखंडता को मजबूत रखने के लिए यह फैसला लिया गया।
देशद्रोह मामला: कन्हैया की रिहाई के लिए आगे आए बिहारी बाबू

देशद्रोह मामला: कन्हैया की रिहाई के लिए आगे आए बिहारी बाबू

अक्सर पार्टी के रूख से भिन्न मत रखने वाले भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का समर्थन किया और उसकी जल्द रिहाई का आह्वान किया।
उपचुनाव में सपा को झटका, तीन में से दो सीटों पर हारी

उपचुनाव में सपा को झटका, तीन में से दो सीटों पर हारी

उत्तर प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणामों में आज सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को झटका लगा और उसे तीन में से दो पर हार का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि आठ राज्यों की 12 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव हुए थे।
उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन के प्रयास

उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन के प्रयास

जमाना फार्मूले का है। राजनीति भी इससे अछूती नहीं। अब देखिए ना बिहार में गठबंधन का फार्मूला हिट हुआ तो अब उसे उत्तर प्रदेश में भी दोहराने की जुगत लगाई जा रही है। हालांकि शुरूआती दौर में बड़े खिलाड़ी अभी पर्दे के पीछे हैं मगर बातचीत के दौर बता रहे हैं कि बात तो बनकर ही रहेगी। बिहार के नायक नीतीश कुमार इस बार पूरी तरह स्वयं कमान संभाले हुए हैं, उनकी पार्टी जद (यू) के अध्यक्ष शरद यादव तो पिछली सीट पर ही बैठे हैं।
कृपया मेरे बेटे को आतंकवादी नहीं कहिए: कन्हैया की मां

कृपया मेरे बेटे को आतंकवादी नहीं कहिए: कन्हैया की मां

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की मां ने अपील करते हुए कहा, कृपया मेरे बेटे को आतंकवादी मत कहिए। कन्हैया की मां मीना देवी एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं और साढ़े तीन हजार रूपये प्रति माह कमाती हैं।
स्मार्ट सिटी की सियासत

स्मार्ट सिटी की सियासत

स्मार्ट सिटी बनाने की केंद्र सरकार की जो पहल है वह सियासी रुप ले रही है। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोगों की नाराजगी इस बात पर है कि पहले चरण में इन राज्यों से स्मार्ट सिटी के रुप में किसी शहर को नहीं शामिल किया गया।
आठ लड़के और समुद्रतल पर 45 मिनट तक साइकलिंग

आठ लड़के और समुद्रतल पर 45 मिनट तक साइकलिंग

कुरूक्षेत्र के रहने वाले 35 वर्षीय डॉ.नरेंद्र सिंह और पंजाब के रहने वाले दलविंदर सिंह समेत कुल आठ युवाओं ने गोवा के समुद्रतल पर 45 मिनट तक साइकिल चलाकर दुनिया को हैरत में डाल दिया। यहां के ग्रैंडी बीच में समुद्र तल पर इस जोखिम भरे काम को करने का उद्देश्य बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को बल देना और पंजाब को ड्रग्स मुक्त बनाना था।
आवरण कथाः उच्च शिक्षा की साख पर खतरा

आवरण कथाः उच्च शिक्षा की साख पर खतरा

हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश में उच्च शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर चिंता प्रकट की मगर साथ ही साथ उन्होंने इस बात पर संतोष भी जताया कि निजी शिक्षा के क्षेत्र में फैलाव से उच्च शिक्षा तक छात्रों की पहुंच बढ़ गई है। आंकड़े दिखाते हैं कि राष्ट्रपति की दोनों ही बातों में दम है। वर्तमान में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में 60 फीसदी छात्र निजी संस्थानों से हैं। निजी शिक्षा के प्रसार ने ऊंची शिक्षा तक पहुंच को बढ़ा दिया है लेकिन समय-समय पर सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। संसद की एक समिति ने भी उच्च शिक्षा की दशा पर सवाल उठाए हैं और इसे दुरुस्त करने की सिफारिश की है। हालांकि शिक्षा को लेकर सरकार कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2014-15 के बजट में शिक्षा के बजट को 83 हजार करोड़ रुपये से घटाकर 69 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया और इससे अगले साल के बजट में भी इसमें बढ़ोतरी नहीं की गई।
दस साल में मनरेगा में  3.13 लाख करोड़ रुपये खर्च, भ्रष्टाचार बाधक बनकर उभरा

दस साल में मनरेगा में 3.13 लाख करोड़ रुपये खर्च, भ्रष्टाचार बाधक बनकर उभरा

गांव के हालात बदलने और लोगों के लिए रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करने के उद्देश्य वाली महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के कल 10 वर्ष पूरे होंगे। इस योजना पर अब तक 3.13 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। हालांकि उत्तरप्रदेश, बिहार, पंजाब, छत्तीसगढ़, मणिपुर जैसे कई राज्यों में इस योजना के कार्यान्वयन को लेकर भ्रष्टाचार एवं अनियमिताताओं की शिकायतें बाधक के रूप में उभर कर सामने आई हैं।
मन की बात: मोदी ने समझाई 'दो मिनट के मौन' की ताकत

मन की बात: मोदी ने समझाई 'दो मिनट के मौन' की ताकत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्ष 2016 में पहली बात 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्‍होंने लोगों को 30 जनवरी के दिन 2 मिनट का मौन रखकर देश के लिए अपना जीवन लगा देने वाले महापुरुषों को याद करने का मूलमंत्र दिया।