विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल मीरा कुमार इन दिनों पटना में हैं। अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील करने वाली मीरा कुमार भले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बुरे वक्त में उनसे नहीं मिली, लेकिन प्रशंसा करने से पीछे नहीं हटीं।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
सहारनपुर में हुई हिंसा के बाद 180 दलित परिवारों ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया है। दलितों की भीम आर्मी पर हिंसा और दंगे फैलाने का आरोप लगा है। दलितों ने इसी से खफा होकर इस तरह का कदम उठाया है। ये दलित तीन गांवों रूपड़ी, ईगरी व कपूरपुर के हैं। इन्होंने हिंदू धर्म त्यागने के दौरान बकायदा देवी-देवताओं की मूर्तियां पानी में प्रवाहित कर दी। दलितों ने पुलिस-प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
बुलंदशहर की रहने वाली रिहाना ने ससुराल वालों को अपना धर्म बदलने की धमकी दी है। तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रही मुस्लिम महिला रिहाना ने कहा कि अगर उसके ससुराल वालों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया तो वह हिंदू धर्म अपना लेगी। इस मुस्लिम महिला की मदद के लिए एक हिन्दू संगठन भी आगे आया। हिंदू संगठन की ओर से मदद के आश्वासन के बाद महिला ने अपने शौहर के परिवार वालों को दूसरा धर्म अपनाने की धमकी दी।
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दायर कर आरोप लगाया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री बन जाने पर विकास का भरोसा दिलाते हुए वोटरों को ईश्वर के नाम पर यह शपथ दिलाई कि वे गुंडलूपेट विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को ही वोट देंगे।
उत्तर प्रदेश में कुछ समुदायों को निशाना बनाये जाने के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार जाति, पंथ, धर्म के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती है और सबका साथ, सबका विकास की भावना से काम करती है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि विश्वविद्यालयों और अकादमिक संस्थानों को निर्बाध बौद्धिक बहस के लिए पूर्वाग्रह, हिंसा या किसी कट्टर सिद्धांत से अवश्य ही मुक्त होना होगा। नालंदा में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के विदाई सत्र में मुखर्जी ने कहा कि नालंदा, तक्षशिला और विक्रमशिला के प्राचीन शिक्षण केंद्रों ने छात्रों और शिक्षकों के रूप में दुनिया भर से मेधावी लोगों को आकर्षित किया।