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स्कारलेट विल्सन की आदर्श हैं ऐश्वर्या

स्कारलेट विल्सन की आदर्श हैं ऐश्वर्या

टीवी कार्यक्रम झलक दिखला जा रिलोडेड में दर्शकों का मनोरंजन करने वाली ब्रिटिश मॉडल- डांसर स्कारलेट विल्सन बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या रॉय बच्चन के नृत्य कौशल की प्रशंसक हैं।
ताज महल का झाड़फानूस गिरा

ताज महल का झाड़फानूस गिरा

विश्व के सात अजूबों में शामिल ताज महल के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगा ब्रिटिश काल का 60 किलोग्राम वजन का एक झाड़फानूस हाल में गिर गया और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है।
पाक का पैंतरा, अहम वार्ता से पहले अलगाववादियों को न्‍यौता

पाक का पैंतरा, अहम वार्ता से पहले अलगाववादियों को न्‍यौता

भारत और पाकिस्‍तान के बीच होने वाली राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए स्‍तर की वार्ता से पहले पाकिस्‍तान ने कश्मीरी अलगाववादियों को बातचीत के लिए बुलाकर वार्ता को बड़ा झटका दिया है।
ब्रिटिश किशोर ने साइकिल से पूरी की दुनिया की सैर

ब्रिटिश किशोर ने साइकिल से पूरी की दुनिया की सैर

ब्रिटेन के 19 वर्षीय किशोर टॉम डेविस ने साइकिल से 30 हजार किलोमीटर की दूरी तय करते हुए छह महीने में पूरी दुनिया का सफर तय कर‌ लिया। इस दौरान वह भारत भी पहुंचे और इस मुकाम तक पहुंचने वाले संभवतः वह सबसे कम उम्र युवक हैं।
मेरी जगह सोनिया होतीं तो क्या करतीं: सुषमा

मेरी जगह सोनिया होतीं तो क्या करतीं: सुषमा

सुषमा ने कहा कि ललित मोदी की पत्नी पिछले 17 साल से कैंसर से पीड़ित हैं, उनके खिलाफ कोई केस नहीं है और उन्होंने कोई चोरी नहीं की है। मैंने यात्रा के दस्तावेज के लिए सिफारिश की थी। मैंने मानवीय आधार पर संदेश ब्रिटिश सरकार तक पहुंचाया, अगर मेरी जगह सोनिया जी होतीं तो क्या करतीं।
चार्ल्स कोरिया: रोशनी और हवा से रचते थे इमारतें

चार्ल्स कोरिया: रोशनी और हवा से रचते थे इमारतें

भारत के संभवतः सबसे चर्चित और प्रतिष्ठित वास्तुकार (हालांकि मुझे स्थापति शब्द बेहतर नजर आता है) चार्ल्स कोरिया (1924-2015) का मुंबई में 16 जून को निधन हो गया। यह कला और स्थापत्य की दुनिया के लिए बुरी खबर है। उनका जन्म 1 सितंबर, 1930 के दिन सिकंदराबाद (आंध्र प्रदेश) में हुआ था। चार्ल्स कोरिया के निधन से कुछ ही दिन पहले चंडीगढ़ के प्रसिद्ध रॉक गार्डन’ के रचनाकार नेकचंद (1924-2015) के न रहने की बुरी खबर मिली थी।
ब्रिटिश राजनीति की तमिलनाडु घड़ी

ब्रिटिश राजनीति की तमिलनाडु घड़ी

ब्रिटेन के चुनावों की असली कहानी दो समांतर रुझानों की कहानी है। एक रुझान केंद्रीकरण और स्थिरता की तरफ है। दूसरा रुझान विकेंद्रीकरण की ओर है। कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत दिलाने में पहले रुझान का हाथ तो स्‍पष्‍ट है लेकिन दूसरे रुझान ने भी उसे उतनी ही ताकत पहुंचाई। स्कॉटलैंड में स्कॉ‍टिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) को मिली अपूर्व सफलता, उस तरह की सफलता जैसी दिल्ली में आम आदमी पार्टी को मिली है, दूसरे रुझान की ताकत का संकेत है। यह विश्व के सबसे पुराने राजनीतिक संघ यूनाइटेड किंगडम के ढांचे को पुनर्परिभाषित करेगा। इस दूसरे रूझान ने स्कॉटलैंड में लेबर पार्टी की जड़ खोद दी और वेल्स में भी स्थानीय दल प्लेड सिमरू को मिले वोटों ने लेबर पार्टी के ही वोट काटे। जब विकेंद्रीकरण के हामी स्थानीय दलों ने मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी का जनाधार और एक हद तक वैचारिक आधार भी चुरा लिया तो सत्तारूढ कंजरवेटिव पार्टी को फायदा मिलना ही था।
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