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Search Result : "ब्रेन कैंसर"

ये बातें मानी तो टाल सकते हैं स्ट्रोक को

ये बातें मानी तो टाल सकते हैं स्ट्रोक को

चलता-फिरता आदमी अचानक गिर जाए और उसके शरीर के किसी खास अंग को लकवा मार जाए या फिर उसकी बोली चली जाए या उसकी याद्दाश्त गुम हो जाए और कई बार मरीज की मौत हो जाए तो ऐसे मामलों में सबसे बड़ी आशंका दिमागी स्ट्रोक का शिकार होने की होती है। इसमें दिमाग के किसी खास हिस्से में खून के थक्के बन जाते हैं और उसके कारण उस खास हिस्से से संचालित होने वाले शरीर के अंग अचानक काम करना बंद कर देते हैं।
कैंसर-डायबिटीज सहित 56 दवाएं होंगी सस्ती

कैंसर-डायबिटीज सहित 56 दवाएं होंगी सस्ती

कैंसर और डायबिटीज सहित 56 दवाईयों के मैक्सिमम रिटेल प्राइस को सरकार ने तय कर दिया है। इससे इन दवाईयों की कीमतों में 10 से 50 फीसदी तक की कमी होगी। नेशनल फर्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने इसकी घोषणा की है।
सीएसई का खुलासा : अब ब्रेड खाना खतरनाक, हो सकता है कैंसर

सीएसई का खुलासा : अब ब्रेड खाना खतरनाक, हो सकता है कैंसर

मैगी के बाद अब दूसरे लोकप्रिय खाद़य उत्‍पाद ब्रेड को खतरनाक बताया जा रहा है। खोजकर्ताओं के अनुसार इसको बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले कैमिकल की वजह से कैंसर की बीमारी हो सकती है। दिल्ली के सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वॉयरमेंट ने यह खुलासा किया है।
भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

प्रतिष्ठित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से जुड़े भारतीय वैज्ञानिकों के एक दल ने एक नैनो-तकनीक विकसित कर कैंसर के उपचार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह नैनो-तकनीक उपचार के कुछ ही घंटे के भीतर कैंसर थैरेपी के प्रभाव का निरीक्षण कर सकती है।
कैंसर एवं पारंपरिक औषधि शोध के लिए भारत-अमेरिका ने मिलाए हाथ

कैंसर एवं पारंपरिक औषधि शोध के लिए भारत-अमेरिका ने मिलाए हाथ

पारंपरिक औषधि से संबंधित पहली भारतीय-अमेरिकी कार्यशाला आज नई दिल्ली में आरंभ हुई। यह कार्यशाला कल चार मार्च तक चलेगी। इस कार्यशाला का आयोजन पिछले वर्ष भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच हुई उस बातचीत के आधार पर की जा रहा है जिसमें दोनों नेताओं ने पारंपरिक औषधि के क्षेत्र में मिलकर काम करने की प्रतिबद्ता जताई थी।
भारत में कैंसर दर पहुंची 7.05 प्रतिशत

भारत में कैंसर दर पहुंची 7.05 प्रतिशत

ग्लोबोकैन ने खुलासा किया है कि दुनियाभर में लगातार तेजी से कैंसर के नए मामलों में इजाफा हो रहा है। ग्लोबोकैन का कहना है कि 2008 में प्रकाशित हुए आंकड़ों की तुलना में 7.05 फीसदी नए मामलों में वृद्धि हुई है। भारत में बढते कैंसर के मामले चिंता का विषय है। कैंसर के मुख्यतः कारक वायु व जल प्रदूषण, कीटनाशक, जीवनशैली, डाइट, तंबाकू, शराब और पान मसाला है। दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मृत्यु के बाद देश में कैंसर से मौत शीर्ष कारणों में से एक है।
सिगरेट नहीं पीते फिर भी हो सकता है फेफड़े का कैंसर

सिगरेट नहीं पीते फिर भी हो सकता है फेफड़े का कैंसर

ये एक आम धारणा है कि यदि कोई व्यक्ति फेफड़े के कैंसर से पीड़ित है तो निश्चित रूप से वह सिगरेट, बीड़ी, हुक्का या इसी तरह का कोई तंबाकू के धुएं वाला नशा करता होगा। हाल तक यह धारणा कुछ हद तक ठीक भी मानी जाती थी क्योंकि ऐसे लोगों में से 90 फीसदी से अधिक धूम्रपान के आदि पाए जाते थे मगर अब ‌स्थिति ऐसी नहीं है।
‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

विश्व कैंसर दिन के मौके पर पंजाब कांग्रेस की कमान संभाल रहे और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो पंजाब के लोगों को बेहतर स्वाथ्य सुविधाएं देगी।
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