अमेरिका के मैडिसन शहर में एक पुलिस वाले 57 साल के भारतीय व्यक्ति की इतनी पिटाई की कि उन्हें लकवा मार गया। मामले के उछलने के बाद आरोपी पुलिस अफसर एरिक पार्कर को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
दिल्ली में चल रहे भारत रंग महोत्सव की शुरुआत इस बार चुनावी सरगर्मियों के बीच हुई। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित रंगमंच के इस सबसे बड़े उत्सव को ठंड और कोहरे के प्रकोप से बचाने के लिए इस बार एक महीने आगे सरकाया गया था। लेकिन वक्त की तब्दीली ने इसे दिल्ली चुनाव के ऐन बीच ला पटका।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में विरोधी दलों को हाशिये पर डाल चुकी आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के मनोनीत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और उन्हें 14 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में आने के लिए आमंत्रित करेंगे।
पत्रकारों की अंतरराष्ट्रीय संस्था ने सूची जारी कर एचएसबीसी के एक लाख से अधिक ग्राहकों और उनके खातों का जिक्र किया है जिनमें कुल 100 अरब डॉलर से अधिक की राशि जमा करने का उल्लेख है। इस सूची में 19000 से अधिक ऐसे ग्राहक हैं जिनका देश नहीं दर्शाया गया है।
हमेशा कि तरह इस दफा भी भारत में वेलेंटाइन्स डे के दिन प्यार पर पहरा रहेगा। हिंदू महासभा ने चेतावनी दी है कि अगर उस दिन प्रेमी जोड़े सार्वजनिक स्थलों पर मिले तो उनकी शादी करवा दी जाएगी।
सुपर लक्जरी कार रॉल्स-राॅयस की भारत में बिक्री तेज करने की योजना, कंपनी के कारों की कीमत 4.5 करोड़ से लेकर 9 करोड़ रुपये तक है, सन 2023 तक भारत अरबपतियों की संख्या के लिहाज से चौथे स्थान पर होगा और इसी का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है रॉल्स-रॉयस।
आज जब अच्छे दिनों को तरह-तरह के अतिवादी तरीकों से परिभाषित किया जा रहा है। तब रजनी कोठारी की कमी बहुत खलती है। अस्वस्थता, जीवन साथी के न रहने और छह साल पहले बेटे स्मितु कोठारी के न रहने से वह पिछले एक दशक से कुछ नहीं लिख पा रहे थे। लेकिन उनका किया और लिखा इतना है कि कोई भी नई पहल लेने वाला समूह उसमें से अपने लिए पर्याप्त दिशा संकेत खोज सकते हैं।
दोपहर के खाने में फास्ट-फूड का चलन बढ़ गया है। मैंने कभी नहीं सुना था कि लोग रात के खाने में पिज्जा खा रहे हैं। इसकी एक वजह वक्त की कमी भी है। होम-डिल्वरी सुविधा ने भी रसोईघर से दूरी बढ़ा दी है।
भारतीय राजनीति में पिछले दस-बारह वर्षों में भारी परिवर्तन आया है। मनमोहन सिंह ने अपने वित्त मंत्रीत्व काल में जिस नयी आर्थिक नीति की शुरुआत किया था उसका चक्र उनके प्रधानमंत्रित्व काल में लगभग खत्म हो गया। इन वर्षों में राजनीतिक व्यवस्था के आधारभूत दार्शनिक सिद्वांतों में भारी बदलाव आया।