बिहार की राजधानी पटना में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जूता फेंकने की घटना सामने आई है। हालांकि जूता मंच पर नीतीश कुमार तक नहीं पहुंच पाया और पहले ही गिर गया। पुलिस ने जूता फेंकने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की गोलियों का सामना कर रही पुलिस अब इन्हीं नक्सलियों का घर बसाने जा रही है। राज्य का बस्तर जिला शनिवार को माओवादी जोड़े के विवाह का गवाह बनेगा। राज्य के अति नक्सल प्रभावित बस्तर जिले की पुलिस इन दिनों जिले के दरभा क्षेत्र की निवासी कोसी मरकाम और बीजापुर जिले के पोडियामी लक्ष्मण के विवाह की तैयारी में है। विवाह के लिए जिला मुख्यालय जगदलपुर के गांधी मैदान को तैयार किया गया है और समारोह के लिए मेहमानों को निमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है।
डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल के ऊपर झूठा प्रचार करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा लगता है कि वह झूठ और बदनामी में भरोसा करते हैं। जेटली ने केजरीवाल पर प्रहार करते हुए कहा कि वह उन्माद की हदें छूने वाली भाषा बोलते हैं।
संघर्ष का नाम जनकवि रमाशंकर 'विद्रोही' नहीं रहे। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में पिछले दो दशकों में आने वाले हजारों छात्र उनकी कविता सुनकर संघर्ष करना सीखे होंगे। 'आसमान में धान बोने वाला' ये निर्भीक कवि संघर्ष करते हुए ही मरा। सोशल मीडिया पर विद्रोही की कविताओं का उत्सव सा जारी है। आंदोलनों में उनकी कविताएं गूंजती रहती हैं लेकिन उनकी चर्चित कविताओं में ‘जब भी किसी गरीब आदमी का अपमान करती है, ये तुम्हारी दुनिया, तो मेरा जी करता है, कि मैं इस दुनिया को उठाकर पटक दूं।’, ‘मैं भी मरूंगा और भारत के भाग्य विधाता भी मरेंगे लेकिन मैं चाहता हूं कि पहले जन-गण-मन अधिनायक मरें, फिर भारत भाग्य विधाता मरें ’, ‘आज तो चाहे कोई विक्टोरिया छाप काजल लगाए या साध्वी ऋतंभरा छाप अंजन लेकिन असली गाय के घी का सुरमा, तो नूर मियां ही बनाते थे...’ , ‘मैं किसान हूं आसमान में धान बो रहा हूं, कुछ लोग कह रहे हैं कि पगले, आसमान में धान नहीं जमा करता, मैं कहता हूं पगले, अगर जमीन पर भगवान जम सकता है तो आसमान में धान भी जम सकता है।..’ सोशल मीडिया पर इस जनकवि को श्रद्धांजलि देने वालों का सैलाब है-
सृजनात्मक सरोकारों की दिशा में काव्य प्रतिभाओं की नई आमद हुई है। इन्हीं नवोदित कवि प्रतिभाओं की कविता का पाठ हुआ। विभोर उपाध्याय ने कला समूह विहान के अंतर्गत स्थापित पोएटिक्स मंच पर युवा मन में अंकुराती उम्मीदों, स्मृतियों, सपनों और सामजिक संवेदनाओं से गहराती कविताओं का अनूठी वाचिक शैली में पाठ किया। तीसरा कोना, वक्त, बचपन, यादें, आखरी पन्ना शीर्षक से रचनाएं श्रोताओं तक पहुंची।
भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता से पहला कविता संग्रह-दूसरे दिन के लिए प्रथम कृति प्रकाशन माला के अंतर्गत चयनित एवं प्रकाशित। दूसरा कविता संग्रह-पदचाप के साथ बोधि प्रकाशन, जयपुर से प्रकाशित। कुछ कहानियां भी।
कांग्रेस भारती जनता पार्टी के विराेधी दलों को एक मंच पर लाने की रणनीति तैयार कर रही है। इसी रणनीति के तहत पार्टी ने उन दलों से आह्वान किया है जो सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहते हैं। पार्टी प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार घृणा फैलाने वाली ताकतों को रोक पाने में असफल है और समान विचार वाले दलों को एकजुट होकर सरकार का विरोध करना चाहिए।