भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी पर सीधे तौर पर हमला बोला है। उन्हाेंने कहा कि राज्य में एक नहीं बल्कि छह मुख्यमंत्री हैं लेकिन इसके बावजूद यहां प्रशासन पूरी तरह ठप्प है। हालांकि उन्होंने इस दौरान किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका साफ इशारा सीएम अखिलेश और उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचाओं की तरफ था। अमित शाह ने मथुरा के जवाहर बाग में अतिक्रणकारियों को हटाने के दौरान हुई हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया।
मथुरा के जवाहर बाग पर दो साल से सत्याग्रह के नाम पर कब्जा जमाने वाले रामवृक्ष यादव का जब असली चेहरा सामने आया तो उसके साथ रहने वाले भी अब कहते हैं कि नहीं जानते।
मथुरा के जवाहर बाग पर अवैध कब्जा करने वालों के साथ पुलिस की गुरूवार को हुई मुठभेड़ में घायल दो और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 29 हो गई। रविवार को अलीगढ के संभागीय आयुक्त ने इस भयावह गोलीकांड की जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में हुए हिंसक बवाल के मुख्य सूत्रधार रामवृक्ष यादव की मौत हो गई है। जवाहरबाग में पुलिस और अतिक्रमणकारियों के बीच हुए खूनी तांडव के बाद रामवृक्ष यादव के लापता होने की खबर थी। शनिवार देर शाम अधिकारियों ने यादव के मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
यह छत्तीसगढ़-झारखंड-आंध्र जैसे प्रदेशों के घने जंगलों वाला आदिवासी क्षेत्र नहीं है। यह जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्र नहीं है, जहां आतंकवादियों की घुसपैठ हो सकती है। यह तो राजधानी दिल्ली से डेढ़ घंटे में पहुंच सकने वाली ऐतिहासिक सांस्कृतिक मथुरा नगरी है, जहां लगभग दो वर्षों से भारतीय संविधान के तहत बने राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री को हटाने और अपनी करेंसी का विद्रोही अभियान चलाने वाले सिरफिरे गिरोह ने दो सौ एकड़ से अधिक क्षेत्र पर कब्जा कर रखा था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में पुलिस एवं अतिक्रमणकारियों की झड़प वाले जवाहर बाग में स्थिति का जायजा लेने के इरादे से शनिवार सुबह यहां पहुंची सांसद हेमामालिनी को पुलिस ने प्रवेश करने से रोक दिया।
मथुरा स्थित जवाहर बाग खाली कराने पहुंची पुलिस और सत्याग्रहियों के बीच टकराव का मास्टर मांइड रामवृक्ष यादव जिंदा है या मर गया इसको लेकर संदेह बरकरार है। हालांकि सूत्रों का दावा है कि रामवृक्ष जिंदा है और अपने साथियों के साथ मौके से भाग गया।
उत्तर प्रदेश के मथुरा स्थित जवाहर बाग में दो पुलिस अधिकारियों समेत 24 लोगों की मौत के पीछे रामवृक्ष यादव की भूमिका मानी जा रही है जो कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के मरदह का रहने वाला है। सत्याग्रह के नाम पर रामवृक्ष ने मथुरा के जवाहर बाग में करीब 280 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा से भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी अपने संसदीय क्षेत्र में हिंसा की खबर जानने के बाद हिंसा में मारे गए पुलिस अधिकारियों के लिए संवेदना भी प्रकट की तथा अपनी शूटिंग की फोटो को भी ट्विटर से डिलीट कर दिया। हिंसा होने के बाद भी उनको इसकी जानकारी नहीं थी। वह अपने पिक्चर के प्रमोशन और शूटिंग में व्यस्त थीं। उन्हें शुक्रवार दोपहर को हिंसा का पता चला और इसके बाद दोपहर को ही उन्होंने कई ट्वीट किए और लिखा कि उन्हें अभी-अभी मथुरा में हुई हिंसा के बारे में पता चला।