संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई का चयन संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में किया है। यह विश्व के किसी नागरिक को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
पाकिस्तान की छात्रा कार्यकर्ता और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई ने कहा कि वह शरणार्थियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के आदेश से अत्यंत दुखी हैं। मलाला ने ट्रंप से अनुरोध किया कि वह दुनिया के सबसे असुरक्षित लोगों को अकेला ना छोड़ें।
लड़कियों को शिक्षा दिलाने के सवाल पर तालिबान का विरोध कर दुनिया भर में सुर्खियां बटोरने वाली और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई करोड़ों की मालकिन हो गई हैं। अपनी जीवनी 'आई एम मलाला' की बिक्री और दुनियाभर में बच्चों की शिक्षा और अन्य मुद्दों पर भाषण देकर उन्होंने ये पैसे कमाए हैं। पाकिस्तानी मूल की मलाला और उनका परिवार इंग्लैंड में रहता है।
टाइम पत्रिका द्वारा दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों के चयन के लिए जारी मतदान में अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठवें स्थान पर चल रहे हैं और दस सबसे प्रभावशाली व्यक्तित्व में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई और पोप फ्रांसिस क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर चल रहे हैं।
भारत में अछूत जाति को बराबरी का दर्ज दिलाने और स्वच्छता की दिशा में काम करने वाले सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक को ब्रिटेन की एक प्रतिष्ठित पत्रिका ने अपनी वैश्विक विविधता सूची में शामिल किया है।
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई को गोली मारने वाले 10 लोगों में से 8 को रिहा किए जाने से स्तब्ध एक अमेरिकी सांसद ने कहा है कि इससे पाकिस्तानी लड़कियों को संदेश जाएगा कि सरकार उनकी रक्षा नहीं करेगी।