गीता फोगाट ने साल 2010 में दिल्ली में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।उन्होंने 55 किलोग्राम भार वर्ग में फ्रीस्टाइल में यह खिताब जीता था।
राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय महिला पहलवान गीता फोगाट का जब जन्म हुआ था तो उनकी मां को निराशा हुई थी क्योंकि वह लड़का चाहती थी। यह दावा फोगाट पर लिखी गयी गई एक किताब में किया गया है।
क्या आपने कभी हाथों में मेहंदी लगाए किसी महिला को शादी से एक दिन पहले या शादी के तीन दिन बाद अखाड़े में दांव पेंच लगाते या कुश्ती मैट पर लोटते देखा है। देश की पहली महिला ओलंपियन पहलवान गीता फोगाट को अगले महीने होने वाले पेशेवर कुश्ती लीग : पीडब्ल्यूएल : में इस रूप में देखा जा सकता है।
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायधीश मार्कंडेय काटजू की बिहार को लेकर की गई टिप्पणी पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि वह प्रदेश के माई बाप बनने की कोशिश कर रहे हैं।
रियो में उसे पदक उम्मीदों में गिना जा रहा था और महिला कुश्ती में विनेश फोगाट ने शुरूआत भी उसी अंदाज में की लेकिन क्वार्टर फाइनल में घुटने में लगी चोट ने उसका सपना और देशवासियों की उम्मीदें तोड़ दी हालांकि जुझारूपन की जिंदा मिसाल इस महिला पहलवान को टोक्यो में इसकी भरपाई की उम्मीद है।
हिंदी के अनेक दुर्लभ ग्रंथ, पुरानी पुस्तकों की प्रति, पत्रिकाओं की पुरानी फाइलें अब उपलब्ध नहीं हैं। इस कारण देश के विश्वविद्यालयों में शोध कार्य प्रामाणिक ढंग से नहीं हो पाते और साहित्य में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर गड़बड़ियां बनी रहती हैं। इस कमी को देखते हुए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने सन 1933 में प्रकाशित द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ को दोबारा प्रकाशित कर अच्छा काम किया है। लेकिन जिस तरह हड़बड़ी और असावधानी में यह ग्रंथ प्रकाशित किया गया है उसे लेकर चिंता होती है।
इन दिनों फिल्म गुड्डू रंगीला के गीत कल रात माता का मुझे ई-मेल आया है माता ने मुझे फेसबुक पर बुलाया है पर बवाल मच रहा है। हिंदू चरमपंथी इसे काली झंडियां दिखा रहे हैं। हरियाणा में तो इसके विरोध में प्रदर्शन भी हुए। इस गीत से जुड़े विवाद से इतर बात करें तो इसके गायक गजेंद्र फोगाट हरियाणा के पहले गायक हैं जिन्होंने इसके जरिये बॉलीवुड में कदम रखा है। गजेंद्र जितने सरल हैं उनका संघर्ष उतना ही कड़ा।
दक्षिणेश्वर (कोलकाता) में जन्म। कोलकाता से बी. कॉम. एडवांस एकाउन्ट्स में प्रथम श्रेणी में आनर्स। रांची से एल.एल.बी। मुख्य धारा की सभी पत्रिकाओं में लगभग तीस कहानियां प्रकाशित। बीज नाम से एक कथा संग्रह। वर्तमान साहित्य का कृष्ण प्रताप स्मृति सम्मान। फिलवक्त आसनसोल, पश्चिम बंगाल में निवास और स्वतंत्र लेखन।