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Search Result : "मां ने की बच्चे की हत्या"

मोदी के मंत्रियों के बेतुके बोल, वीके सिंह का विवादित बयान

मोदी के मंत्रियों के बेतुके बोल, वीके सिंह का विवादित बयान

मोदी सरकार के मंत्रियों के विवादित बोल सरकार की किरकिरी कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्‍य मंत्री किरण री‍जीजू के उत्‍तर भारतीयों के बारे में विवादित बयान के बाद अब केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने फरीदाबाद में दो बच्‍चों को जिंदा जलाने की घटना के बारे में बेतुका बयान दिया है। वीके सिंह ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को पत्थर मारता है तो उसके लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

नेताओं की आवाजाही और इलाके में व्याप्त तनाव के बीच दादरी के बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह पर मारे गए अखलाक के परिवार ने अपना गांव छोड़ दिया है। परिवार अब दिल्‍ली में एयरफोर्स की एक रिहायशी कॉलोनी में रहेगा।
इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और मुंबई के जे.जे. अस्पताल के मुताबिक उनकी जिंदगी के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। एक दवा का कथित तौर पर अधिक सेवन करने के बाद इंद्राणी को बाइकुला जेल से जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जे.जे. अस्पताल के डीन डॉ. टी.पी. लहाने ने आज पत्रकारों को बताया, अगले 48 घंटे उनके लिए नाजुक हैं। लहाने से पूछा गया था कि क्या इंद्राणी खतरे से बाहर है।
‘आप शाकाहारी इतने उग्र कि हत्या ही कर डाली?’

‘आप शाकाहारी इतने उग्र कि हत्या ही कर डाली?’

दिल्ली से सटे दादरी (उत्तर प्रदेश) में गोमांस खाने के संदेह में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया। जबकि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है। यह घटना दादरी के बिसराड़ा गांव की है, जहां अफवाह फैली कि गांव में अखलाक का परिवार गोमांस खाता है।
मां की कहानी झूठी, मोदी का रोना नाटकबाजी: कांग्रेस

मां की कहानी झूठी, मोदी का रोना नाटकबाजी: कांग्रेस

कांग्रेस के प्रवक्‍ता आनंद शर्मा ने पीएम मोदी पर सवाल उठाया कि अगर उन्‍हें अपनी मां की इतनी ही परवाह है तो अपने साथ क्‍यों नहीं रखते। 12 साल गुजरात के मुख्‍यमंत्री रहने के बावजूद पीएम ने उन्‍हें अपने शपथ-ग्रहण समारोह तक में नहीं बुलाया। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को झूठा करार दिया है कि जिसमें उन्‍होंने कहा था कि उनकी मां दूसरों के घरों में बर्तन साफ करती थीं।
हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

हाईप्रोफाइल एडवोकेट सिप्पी सिद्धू की चंडीगढ़ में हत्या

सुप्रीम कोर्ट के हाईप्रोफाइल एडवोकेट सुखमनप्रीत सिंह तलवंडी उर्फ सिप्पी सिद्धू की हत्या कर दी गई है। वह पंजाब के तलवंडी के रहने वाले थे। रविवार को देर रात गोलियों से छलनी उनका शव चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के पार्क मे मिला।
पानसरे हत्याः सनातन संस्‍था मामले में भिड़े वरिष्ठ कांग्रेसी

पानसरे हत्याः सनातन संस्‍था मामले में भिड़े वरिष्ठ कांग्रेसी

गोविंद पानसरे की हत्या के मामले में सनातन संस्था के एक कार्यकर्ता की गिरफ्तारी के बाद इस संगठन के जांच के घेरे में आने के साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज कहा कि राज्य में पिछली कांग्रेस नीत सरकार ने 2011 में ही केंद्र की तत्कालीन संप्रग सरकार से इस दक्षिणपंथी संगठन पर पाबंदी की मांग की थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने इस पर कार्रवाई नहीं की।
डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

डेंगू से एक बच्चे समेत तीन की मौत, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

दिल्ली में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के कारण हो रही मौतों पर दिल्ली हाईकोर्ट ने आज एक याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और राज्य सरकार से हलफनामा दाखिल कर जवाब देने को कहा।
लाइव टीवी शो के दौरान मारपीट, राधे मां पर हो रही थी बहस

लाइव टीवी शो के दौरान मारपीट, राधे मां पर हो रही थी बहस

निजी टीवी चैनल आईबीएन-7 पर लाइव बहस के दौरान तकरार मारपीट तक पहुंच गई। रविवार को प्रोग्राम ‘आज का मुद्दा’ में राधे मां और उन पर लगने वाले आरोपों को लेकर चर्चा चल रही थी। इसी दौरान ओमजी महाराज नाम के एक तथाकथित धर्मगुरू ने स्‍टू‍डियों में बैठीं दीपा शर्मा नाम की महिला पर व्‍यक्तिगत टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं। इससे गुस्‍साई दीपा शर्मा ने ओमजी महाराज को थप्‍पड़ रसीद कर दिया। फिर क्‍या था महिला और महाराज के बीच शो के दौरान ही हाथापाई शुरू हो गई। प्रोग्राम के वीडियो में महाराज भी महिला को थप्‍पड़ मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

अटाली की औरतें नहीं जानती कि उनके बच्चे कहां पैदा होंगे

बीस साल की सहरुमा पेट से है। नवां महीना जारी है। उसके पास न तो जच्चा-बच्चा कार्ड और न ही उसे पता है कि बच्चे की पैदाइश कहां हो सकेगी। पिछले चार महीनों से उसने डॉक्टर के यहां कोई चेकअप भी नहीं करवाया है। सहरुमा फरीदाबाद के गांव अटाली के उस अल्पसंख्यक पीड़ित समुदाय से है जिन्हें सांप्रदायिक हिंसा के चलते चार महीने पहले अपना घर और गांव छोड़ना पड़ा था। फरीदाबाद के अटाली में हालात जस के तस हैं। जिन 175 परिवारों ने गांव छोड़ा था उनके हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। गौरतलब है कि लगभग चार महीने पहले अटाली गांव में मस्जिद बनाने के विवाद पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।
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