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नीतियों को लागू करने में राजन को दिखती हैं मुश्किलें

नीतियों को लागू करने में राजन को दिखती हैं मुश्किलें

भारत में मौद्रिक नीति निर्माण की अपनी जिम्मेदारी को मजेदार और आसान बताते हुए रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि जटिलता वहां से शुरू होती हैं जब नीति को राजनीतिक रूप से स्वीकार्य बनाने की बात आती है और इसके लिए थोड़ी चतुराई की जरूरत होती है।
महिला फाइटर पायलटों का पहला बैच जून में शामिल

महिला फाइटर पायलटों का पहला बैच जून में शामिल

तीन कैडेट वाला महिला लड़ाकू पायलटों का पहला बैच 18 जून को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने कहा कि तीन महिला प्रशिक्षु अधिकारियों ने लड़ाकू भूमिका में शामिल किए जाने की इच्छा व्यक्त की है।
हम असहिष्णुता के लिए सहिष्णु हैं – प्रो. सेन

हम असहिष्णुता के लिए सहिष्णु हैं – प्रो. सेन

नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफ्रेसर अमर्त्य सेन ने अपने नाम ‘अमर्त्य’ से अपनी बात शुरू करते हुए बताया कि कैसे गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने उनका नाम रखा और अपने चाचा जोतिर्मय सेन के अंग्रेजों की गुलामी के प्रति संघर्ष जारी रखा ताकि देश आजाद हो सके। लेकिन क्या वाकई देश वैसा ‘आजाद’ हुआ है। यह बात उन्होंने एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के राजेन्द्र माथुर स्मृति व्याख्यानमाला में कहे। उन्होंने इंडियन पीनल कोड से बात शुरू करते हुए अभिव्यक्ति की आजादी के संदर्भ में बहुत सी बाते रखीं।
संरा के बकाये के चलते वेनेजुएला समेत 15 देशों ने खोए मताधिकार

संरा के बकाये के चलते वेनेजुएला समेत 15 देशों ने खोए मताधिकार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने महासभा को बताया है कि तेल उत्पादक वेनेजुएला समेत 15 देशों पर संयुक्त राष्ट्र के नियमित बजट में वार्षिक तौर पर दिया जाने वाला योगदान बकाया है, जिसका अर्थ यह है कि ये देश अपवाद की परिस्थितियों से इतर इस 193 सदस्यीय वैश्विक संस्था में मतदान नहीं कर सकते हैं।
शिखर सम्मेलन के लिए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्ष जयपुर में

शिखर सम्मेलन के लिए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्ष जयपुर में

यह पहला मौका था कि किसी अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी के बजाय जयपुर को चुना गया था। इस सम्मेलन मे भाग लेने के लिए 14 देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहले ही जयपुर पहुंच चुके है।
बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

बिसाहड़ा छोड़ एयरफोर्स कॉलोनी गया अखलाक का परिवार

नेताओं की आवाजाही और इलाके में व्याप्त तनाव के बीच दादरी के बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह पर मारे गए अखलाक के परिवार ने अपना गांव छोड़ दिया है। परिवार अब दिल्‍ली में एयरफोर्स की एक रिहायशी कॉलोनी में रहेगा।
वनमाली स्मृति व्याख्यानमाला

वनमाली स्मृति व्याख्यानमाला

‘कभी जीवन का सर्वांगीण विकास करने वाली शिक्षा आज तरक्की के नाम पर पूंजीवाद की गिरफ्त में है। संस्कारों की पहली पाठशाला घर-परिवार थे, जो अब सन्नाटे फांक रहे हैं और पाठशालाएं गोडाउन बन गई हैं जहां बच्चों को ठूंस-ठूंस कर भरा जा रहा है। मुनाफे का सौदा बन चुकी शिक्षा का आदर्श अब बाजार के बीहड़ में बिला गया है।’ फिल्म समीक्षक और चिंतक जयप्रकाश चौकसे ने इस आशय के विचार खंडवा में आयोजित वनमाली व्याख्यानमाला में व्यक्त किए।
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