पाकिस्तानी रेंजर्स ने जम्मू जिले के आरएस पुरा और अरनिया सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नागरिक इलाकों और सेना की चौकियों पर भारी गोलाबारी की है। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य लोग घायल हो गए। इसके बाद बीएसएफ ने भी जवाबी कार्रवाई की। पाकिस्तान की तरफ भी 7 लोगों के मारे जाने की खबर भी मिल रही है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार सरताज अजीज के साथ दिल्ली में प्रस्तावित बैठक से पहले कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर लिया गया। हालांकि, मीरवाइज उमर फारूक, यासीन मलिक और शब्बीर शाह सहित अधिकांश हुर्रियत नेताओं को चंद घंटों के भीतर ही रिहा कर दिया गया है। बताया जाता है कि वरिष्ठ हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी पर पुलिस की निगरानी बरकरार है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अज़ीज़ से हुर्रियत नेताओं मुलाकात रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए स्तर की वार्ता से पहले पाकिस्तान ने कश्मीरी अलगाववादियों को बातचीत के लिए बुलाकर वार्ता को बड़ा झटका दिया है।
पाकिस्तान 15 अगस्त के दिन भी सीमा पर गोलीबारी से बाज नहीं आया। इस मौके पर पाकिस्तानी रेंजरों के साथ मिठाइयों का पारंपरिक आदान-प्रदान भी नहीं हुआ। शनिवार से पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की ओर से कई भारतीय चौकियों और रिहायशी इलाकों में जारी गोलीबारी और मोर्टार हमलों में एक महिला और एक सरपंच समेत छह लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 9 लोग घायल हैं।
उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला करने वाले आतंकियों में से एक को बंधक बनाए गए ग्रामीणों की मदद धर दबोचा गया है। इस आतंकवादी का नाम कासिम खान उर्फ उस्मान बताया जा रहा है और यह पाकिस्तान का रहने वाला है।
जम्मू-कश्मीर में उधमपुर के पास आतंकियों ने बीएसएफ के काफिले पर हमला किया है। हमले में दो जवान शहीद हो गए हैं जबकि आठ जवान घायल है। मुठभेड़ में एक आतंकी भी ढेर हुआ है। उधमपुर जिले में करीब एक दशक से भी ज्यादा समय बाद ऐसा आतंकी हमला हुआ है।