विवेक मिश्र को साहित्यिक पत्रिका हंस में प्रकाशित उनकी कहानी ‘और गिलहरियां बैठ गईं’ के लिए अठारहवें रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का दिल का दौरा पड़ने के बाद सोमवार को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। उनकी हालत गंभीर थी और चिकित्सकों का विशेषज्ञ दल उनके स्वास्थ्य पर गहराई से नजर रख रहा था। जयललिता दो माह से भी ज्यादा समय से अस्पताल में भर्ती थींं।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। जयललिता के निधन के साथ ही एक युग का अंत हो गया। इसी साल जयललिता चौथी बार और लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनकी मौत से राज्य में उनके चाहने वाले लाखों लोगों में मायूूसी छा गई। अभिनय से राजनीति में आईं जयललिता ने राज्य के लोगों पर अपनी अलग छाप छोड़ी।
‘अम्मा’ की शान रानी मां से कम नहीं थी। लेकिन जे. जयललिता गरीबों के दर्द, संघर्ष और आवश्यकताओं को सबसे अधिक समझते हुए व्यावहारिक मदद और कल्याण के कार्यक्रम चेन्नई से सुदूर गांवों तक क्रियान्वित करती रहीं।
जयललिता अपने राज्य के लोगों के दिलों में राज करतीं थी। गरीबों के लिए उनके दिल में बहुत दर्द था जो उनकी योजनाओं से झलकता है। वह कुशल प्रशासक थीं इसकी वजह से तमिलनाडु में न सिर्फ कानून-व्यवस्था स्थिति अच्छी रही बल्कि वहां विकास के काफी काम भी हुए। यह कहते हुए जयललिता को पहली बार 1991 में शपथ दिलाने वाले तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह भावुक हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके पार्थिव शरीर वाले ताबुत के समक्ष पहुंचे तो व्यथित मौजूदा मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम कई बार भावुक होकर उनके गले से लिपट गए। कड़ी सुरक्षा के बीच मोदी जब राजाजी हॉल में पहुंचे तो वहां का माहौल बेहद गमगीन हो उठा। जयललिता के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए यहीं रखा गया है।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईडीएमके की महासचिव जे जयललिता की स्थिति नाजुक बनी हुई है। अपोलो अस्पताल ने सोमवार शाम को एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। इससे पहले सोमवार को जयललिता के निधन की खबर फैल गई जिसके बाद समर्थकों में घोर निराशा और गुस्सा देखने को मिला। हालांकि बाद में अपोलो अस्पताल ने बयान जारी कर स्पष्ट किया जयललिता की मौत की खबर झूठ है पर उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने कहा है कि उनके भाई फिदेल कास्त्रो की मौत के बाद सरकार उनके नाम पर सड़कों और सार्वजनिक स्मारकों का नाम नहीं रखेगी क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति अपने लिए एेसी परंपरा नहीं चाहते थे।
कांग्रेस के पूर्व सांसद और मशहूर शायर बेकल उत्साही का ब्रेन हैमरेज के कारण आज तड़के दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। डॉक्टरों ने बताया कि मष्तिष्क में रक्तस्राव के बाद एक दिसंबर को उन्हें राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
छोटे से क्यूबा को शक्तिशाली पूंजीवादी अमेरिका के पैर का कांटा बनाने वाले गुरिल्ला क्रांतिकारी एवं कम्युनिस्ट नेता फिदेल कास्त्रो का आज निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने कास्त्रो के निधन पर शोक जताया है।