अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले के दौरान बस ड्राइवर सलीम की बहादुरी सामने आई थी। सलीम की सूझबूझ से काफी यात्रियों की जान बच सकी थी। अब सलीम की बहादुरी से प्रभावित होकर सिंगर सोनू निगम ने उनके सम्मान की घोषणा की है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने ट्विट को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा में बने रहने का कारण हरियाणा में भीड़ द्वारा मारे गए जुनैद और कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों को बचाने वाले बस ड्राइवर सलीम से जुड़ा उनका ट्वीट है।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच घाटी में बिगड़े हालात से लेकर भाजपा-पीडीपी गठबंधन में आ रही दरार तक कई मुद्दों पर चर्चा की बात कही जा रही है। घाटी में पिछले कुछ महीनों में सेना और सुरक्षा बलों के खिलाफ पत्थरबाजी की घटनाओं में काफी तेजी आई है और हालात सामान्य होने की बजाय लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बात हुई। महबूबा मुफ्ती आज ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात करेंगी।
बांग्लादेश ने प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हन्नान और उसके दो सहयोगियों को एक दरगाह पर वर्ष 2004 में हमला करने के मामले में बुधवार की रात फांसी पर लटका दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और ब्रितानी उच्चायुक्त घायल हो गए थे।
लोकसभा में माकपा के एक सदस्य ने नारद स्टिंग आपरेशन मामले की सीबीआई जांच कराने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का मुद्दा उठाया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों को कथित तौर पर धनराशि लेते हुए दिखाया गया है। माकपा सदस्य ने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वे संसद की आचार समिति को इस मामले की जांच तेजी से पूरा करने का निर्देश दें।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज अभूतपूर्व हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। विपक्षी सदस्यों ने फर्नीचर को क्षतिग्रस्त कर दिया तथा माइकों को उखाड़ दिया। उनकी मांग थी कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 पर अपनी टिप्पणियों पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। स्थिति के चलते अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के मुख्य दलाल क्रिश्चियन मिशेल को लाने के लिए भारत ने कूटनीतिक दबाव बढ़ा दिया है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जायद अल नाहयान के भारत दौरे के समय उच्च स्तर पर यह मुद्दा उठाया गया।