जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने और बीच में अटकने की अंतर्कथा भी कम दिलचस्प नहीं है। अब मामला जरूर भाजपा और पीडीपी के बीच मंत्री पद के बंटवारे पर जा पहुंचा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में चुनाव प्रचार करते हुए राज्य की कांग्रेस करकार पर जमकर हमला बोला। पीएम ने असम के तीव्र सर्वांगीण विकास का वादा करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई मुख्यमंत्री तरूण गोगोई से नहीं बल्कि कांग्रेस शासित राज्य में गरीबी, भ्रष्टाचार और बर्बादी के खिलाफ है।
मेरी आवाज ही पहचान है, टीवी धारावाहिक से अभिनेत्री अमृता राव छोटे परदे पर कदम रखने जा रही हैं। यह उनका पहला टीवी धारावाहिक है। दो गायक बहनों के जीवन पर बने इस धारावाहिक का लंबे समय से दर्शकों को इंतजार है।
बॉलीवुड में काम पाने के लिए लालायित रहने वाले युवाओं के आगे सबसे बड़ी समस्या ही यह रहती है कि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किसके सामने करें। लड़कियों के लिए तो यह मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कलात्मक बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन इन दिनों फिर से सुर्खियों में हैं। हैदराबाद के स्टाइलिश बल्लेबाज अजहरूद्दीन इस बार तीसरी शादी करने को लेकर खबरों में छाए हुए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई के चौथे एकदिवसीय मैच में मैच विजयी शतक जड़ने के बाद थके हुए लेकिन खुश भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा कि यह पारी उनके करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण पारियों में से एक है।
चंडीगढ़ में एक न्यूज चैनल के पत्रकार अमित चौधरी जो अभी तक दूसरों की परेशानियों, उन पर हुए अत्याचारों को दिखाते और बताते रहे हैं, आज खुद उसका शिकार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के चलते उनके साथ वो सब हुआ जिसे वह ‘तानाशाही, जुल्म, अत्याचार, प्रताड़ना और भयावह’ जैसे शब्दों के जरिये बयां करते हैं। यही नहीं, कारगिल युद्ध में देश के लिए दुश्मन से लोहा लेने वाले ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह के बेटे का निधन हो गया, उन्हें सेक्टर 25 के श्मशान घाट में बेटे का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया गया। क्योंकि प्रधानमंत्री की रैली के चलते श्मशान घाट को पार्किंग में बदल दिया गया था। सोशल मीडिया के चलते अमित और ब्रिगेडियर देवेंद्र की तकलीफ का पता हमें लग भी गया लेकिन हजारों-लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी तकलीफ और पीड़ा बताने के लिए स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया का मंच नहीं है लेकिन असहनीय पीड़ा है।
पीटर और इंद्राणी मुखर्जी के न्यूज एक्स चैनल से रूखसत लेने से कुछ दिन पहले न्यूज रूम में घबराहट तारीं थी। भारत के इस पहले उच्च परिभाषा वाले खबरिया चैनल की स्थापना मुखर्जी दंपति ने सिलसिलेवार संदिग्ध सौदों के जरिये की थी। हवा में यह बात गूंज रही थी कि न्यूज एक्स का पैसा खत्म हो गया है और उसका प्रसारण बंद होने वाला है।
हरियाणा में कमल वाली सरकार आने के बाद से लेकर अभी तक कोई करिश्मा नहीं हुआ। वादों की जमीन बंजर है। लेकिन एक मंत्री ऐसे हैं जिनका अपने विभाग के काम को लेकर ऐसा जुनून है कि इतनी चर्चा सरकारी योजनाओं की नहीं होती जितनी उनके ट्वीट की हो जाती है। जब से इन्होंने पदभार संभाला है तब से छापे और बर्खास्तगियां आम बात है। वह कभी अस्पताल तो कभी सचिवालय की छत पर खुद चढक़र पानी की टंकी साफ करने लगते हैं। स्वास्थ्य विभाग में इनका ऐसा हौवा है कि हरियाणा में एक जुमला कहा जाने लगा है, ‘भाग नहीं तो अनिल विज आ जाएगा’। पांच दफा विधायक चुने जा चुके साफ-सुथरी छवि के विज ने न तो सरकारी मकान लिया, न टेलीफोन सुविधा। गलत निर्णयों में अपनी ही सरकार की ऐसी-तेसी करने से भी नहीं डरते।