पुणे के पिंपरी इलाके में विधायक दत्तात्रय फुगे की हत्या हो गई है। फुगे चिट फंड भी चलाते थे। सोने को लेकर उनमें अजीब दीवानापन था जिस वजह से उन्हें गोल्डमैन भी कहा जाता था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संजीव चतुर्वेदी को अपने विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) के रूप में तैनात करने का अनुरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इससे पहले भी केजरीवाल चतुर्वेदी के लिए पीएम को पत्र लिख चुके हैं।
मैन आफ द मैच ओलिवर गिरोड के दो गोल की मदद से फ्रांस ने यूरो 2016 फुटबाल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन 2-5 की हार के बावजूद आईसलैंड ने टूर्नामेंट से शान के साथ विदाई ली।
जानी-मानी भारतीय अभिनेत्री शर्मिला टैगोर, स्लमडॉग मिलेनियर की अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो और निर्देशक दीपा मेहता भारतीय मूल की उन हस्तियों में शुमार हैं जिन्हें प्रतिष्ठित अकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस ने अपना सदस्य बनने के लिए आमंत्रिात किया है।
भारतीय संस्कृति और भारत के रुतबे को दुनिया में बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नोबेल की तरह एक पुरस्कार शुरू करना चाहता है। इस पुरस्कार में भी शांति, सामाजिक क्षेत्र, आर्थिक क्षेत्र में अपना अतुलनीय योगदान देने वालों को सम्मानित किया जाएगा।
विंडसर और मिडलैंड की बैरोनेस फ्लैदर, वातायन के संरक्षक और गुजरात समाचार और एशियाई आवाज समाचार पत्र के संपादक सीबी पटेल, गीतकार-गायिका, संगीतकार तान्या वेल्स की उपस्थिति में हाउस ऑफ लॉर्ड्स में वातायन पोएट्री ऑन साउथ-बैंक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया।
दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को अविस्मरणीय छाप छोड़ने वाले उनके उपन्यास द वेजिटेरियन के लिए प्रतिष्ठित मैन बुकर पुरस्कार के लिए चुना गया है। उनका यह उपन्यास एक महिला द्वारा मानवीय निर्ममता को खारिज करने और मांस का सेवन छोड़ने पर आधारित है।
भाजपा नेता अरुण शौरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकारी नेता बताया है। प्रत्यक्ष रुप से मोदी पर निशाना साधते हुए शौरी ने कहा कि मोदी वन मैन की प्रेसीडेंशियल सरकार चला रहे हैं। जो बिना चेक और बैलेंस की है। मोदी के इशारे पर पूरी तरह चल रही केंद्र की भाजपा सरकार देश के लिए खतरनाक है।
कंगना रणौत हीरो की तरह हैं। हीरो यानी भारतीय समाज में परम श्रद्धेय और ताकतवर। कंगना कल दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार लेने आई थीं। शबाना आजमी के बाद दूसरी महिला कलाकार हैं जिन्हें दो बार लगातार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
जल पुरुष के नाम से विख्यात, पानी के नोबल पुरस्कार माने जाने वाले स्कॉटहोम वाटर और मैगसायसाय अवॉर्ड से नवाजे गए राजेंद्र सिंह का मानना है, देश में पानी की कमी राजनेताओं की देन है और सामुदायिक विकेंद्रीय जल प्रबंधन से हालात सुधारे जा सकते हैं। आउटलुक के साथ उन्होंने पानी की समस्या और समाधान पर बात की। पेश हैं प्रमुख अंश: