हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत की पहली बरसी पर उसके पिता मुजफ्फर अहमद वानी ने कश्मीर घाटी में खून-खराबे की जगह शांति और एकता स्थापित करने की बात कही है। बुरहान के पिता ने एक विडियो मेसेज जारी कर लोगों से कहा है कि वो बेटे की बरसी पर वह किसी तरह की अप्रिय घटना या हिंसा नहीं चाहते है। वह सिर्फ शांति और एकता चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अपने इजराइल दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। पिछले 70 साल में इजराइल का दौरा करने वाले मोदी पहले भारतीय पीएम होंगे। अपने इजराइल दौरे के बाद मोदी जर्मनी भी जाएंगेे।
मदसौर के किसानों के आंदोलन से चौतरफा घिरे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को दशहरा मैदान पर बेमियादी अनशन शुरू किया तथा किसानों को समस्याओं पर चर्चा के लिए खुला न्यौता दिया। करीब 45 मिनट तक दिए भाषण में मुख्यमंत्री ने एक भी बार कांग्रेस का नाम नहीं लिया। इस बीच प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने का कोई सवाल ही नहीं उठता, मैं पहले भी इसके पक्ष में नहीं था और अब भी नहीं हूं। तो वहीं विपक्षी कांग्रेस ने अनशन को राजनैतिक ड्रामा बताया।
सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने आज कतर के साथ अपने सभी राजनयिक संबंध तोड़ने की घोषणा की है। इन सभी देशों ने कतर पर आंतकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया है।
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपने एक लेख में कहा है कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है जब शांति की अपील करने वाले बयानों को देशद्रोह का नाम दिया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को भारत और पाकिस्तान के बीच की सिंधु जल संधि को अवैध और असंवैधानिक घोषित करने की मांग करने वाली जनहित याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि दोनों देशों के बीच यह समझौता 1960 से चल रहा है इसलिए इसमें दखल देना ठीक नहीं है।
भारत-बांग्लादेश के बीच आपसी सहयोग और विकास को ध्यान में रखते हुए शनिवार को 22 समझौते किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने साझा बयान जारी करके इन समझौते की जानकारी दी है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई का चयन संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में किया है। यह विश्व के किसी नागरिक को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 10 देशों ने रूस और पश्चिमी देशों के बीच संघर्ष को टालने की कोशिश करते हुए एक समझौता प्रस्ताव वितरित किया। यह प्रस्ताव सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले की पूर्ण जांच की मांग करने को लेकर दिया गया।