प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते आतंकवादी हमले का शिकार हुए पठानकोट वायुसैनिक अड्डे का आज दौरा कर वहां के हालात की समीक्षा की। संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले पर सुरक्षा बलों की ओर से किए गए पलटवार पर प्रधानमंत्री ने संतोष जताया।
केंद्रीय गृह मंत्री रहते पी चिदंबरम राष्ट्रीय आतंकवाद निरोध केंद्र (एनसीटीसी) का गठन भाजपा के विरोध के कारण नहीं कर पाए थे मगर वे आज भी इसका गठन किए जाने के पक्षधर हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता चिदंबरम का मानना है कि यदि इसका गठन किया गया होता तो पठानकोट हमले जैसी स्थिति से ज्यादा कारगर तरीके से निबटा जा सकता था।
लीबिया में एक पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर हुए बम हमले में दर्जनों लोगों की जान चली गई है। पश्चिमी लीबिया के जिल्टेन शहर स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर ट्रक बम से किए गए हमले में दर्जनों लोगों के बुरी तरह घायल होने की भी खबर है। मृतकों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। लेकिन अपुष्ट खबरों के अनुसार इस हमले में 50 से भी ज्यादा लोग मारे गए हैं।
कूटनीतिक संबंधों की गेंद पाकिस्तान के पाले में डालते हुए भारत ने आज पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत, पठानकोट आतंकी हमले में इस्लामाबाद की त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई पर निर्भर करेगी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस हमले को लेकर भारत की तरफ से पड़ोसी देश को पर्याप्त खुफिया जानकारी प्रदान की गई है।
पठानकोट आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में भाजपा पर अपने वार तेज करते हुए उसके सहयोगी दल शिवसेना ने आज पार्टी से पूछा है कि भारी जनादेश लेकर सत्ता में आने के बाद उसने पाकिस्तान नीति और राम मंदिर समेत विभिन्न मुद्दों पर क्या बदलाव किए हैं? इसके साथ ही शिवसेना ने यह भी कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस शासन की गलतियों को दोहरा रही है।
व्हाइट हाउस के पूर्व शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पंजाब के पठानकोट में वायु सेना अड्डे पर हमले के पीछे पाकिस्तान की शक्तिशाली खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है जिसने इसके लिए 15 साल पहले बनाए आतंकी समूह का इस्तेमाल किया है।
भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमलों की पृषठभूमि में पाकिस्तान के एक मंत्री ने कहा है कि कुछ तत्व भारत-पाक शांति वार्ता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। साथ ही मंत्री ने कहा कि इन हरकतों के बावजूद वे लोग अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होंगे।
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हुए आतंकी हमले से पहले अगवा हुए गुरदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि वह इस हमले के पीड़ित हैं न कि संदिग्ध। 31 दिसंबर को गुरदासपुर जिले के एसपी सलविंदर सिंह, उनके दोस्त राकेश और रसोईया मदन गोपाल का उस वक्त अपहरण कर लिया गया था जब देर रात वह एक दरगाह पर माथा टेक कर वापस गुरदासपुर लौट रहे थे।
पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के मुखपत्र सामना में बेहद कठोर शब्दों में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान पर विश्वास न करने की चेतावनी दी थी और अब समय आ गया है कि मोदी दुनिया को एकजुट करने की कोशिश के बजाय अपना ध्यान भारत पर केंद्रित करें।