नोबल पुरस्कार विजेता और बच्चों के हक की लड़ाई लड़ने वाले कैलाश सत्यार्थी ने देश में बढ़ रहे बाल यौन उत्पीड़न और ट्रैफिकिंग के खिलाफ युद्ध स्तर पर लड़ाई छेड़ने का एलान किया है। वह लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए 11 सितंबर से कन्याकुमारी से भारत यात्रा शुरू करेंगे। यह यात्रा विभिन्न हिस्सों से होते हुए 16 अक्तूबर को दिल्ली में समाप्त होगी। करीब एक करोड़ लोगों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा।
सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय रहने वाली भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास एक बार फिर किसी ने मदद के लिए गुहार लगाई है। इस बार तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक परिवार ने मदद मांगी है।
यूनीसेफ की सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा ने यौन हिंसा के पीड़ित बच्चों की पीड़ा पर ध्यान दिलाते हुए उनके लिए सहयोग बढ़ाने और जागरुकता फैलाने का आह्वान किया है। पीसी ने इस सप्ताह जिम्बाब्वे का दौरा किया जहां वह यौन हिंसा के पीड़ित बच्चों से मिली और उनकी खौफनाक दास्तां सुनी।
एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पर उसकी भारतीय पत्नी को अगवा करने का आरोप लगाने के मामले में एक नया मोड़ आया है। उस भारतीय महिला उज्मा ने पाकिस्तानी नागरिक ताहिर खान पर यौन उत्पीड़न और बंदूूूक की नोक पर निकामनामे पर दस्तखत कराने का आरोप लगाया है।
ऑस्ट्रेलिया के गिरजाघरों में बाल यौन शोषण संबंधी एक जांच के जो आकंड़े सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं और उनका बचाव नहीं किया जा सकता। इनसे पता चलता है कि वर्ष 1950 से 2010 के बीच सात फीसदी कैथोलिक पादरियों पर बाल शोषण के आरोप लगे थे लेकिन इनकी कभी जांच नहीं की गई।
यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे मेघालय व अरुणाचल के राज्यपाल और आरएसएस प्रचारक वी. षणमुगनाथन का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित मेघालय के राज्यपाल का तथा नगालैंड के राज्यपाल बाल कृष्णआचार्य अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे। लेकिन इस्तीफे के बाद भी यौन उत्पीड़न का मामला अरुणाचल प्रदेश के 'संन्यासी’ राज्यपाल का पीछा छोड़ता नहीं दिखाई दे रहा है।
यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे मेघालय के राज्यपाल वी षण्मुगनाथन ने इस्तीफा दे दिया। दरअसल राजभवन के कर्मियों के एक समूह ने उन पर राज्यपाल के कार्यालय की गरिमा से गंभीर समझौता करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाए जाने की मांग की थी जिसके बाद राज्यपाल ने इस्तीफा दिया।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 67 वर्षीय षण्मुगनाथन ने पद से इस्तीफा दे दिया है।