राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का मानना है कि वर्ष 1947 में आजादी मिलने के साथ भारत का जो विभाजन हुआ वह एक ऐतिहासिक भूल था। संघ का मानना है कि आने वाले समय में बहुत जल्द ही अखंड भारत बनेगा।
भारत की युवा जिमनास्ट दीपा करमाकर 31वें ओलम्पिक खेलों में वॉल्ट स्पर्धा के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं। वह महज कुछ अंकों के साथ कांस्य पदक से चूक गईं लेकिन इसके बावजूद वह इतिहास रच गईं। लेकिन अपनी इस हार से दीपा करमाकर पूरी तरह से निराश और देश की सवा सौ करोड़ जनता से माफी भी मांगी हैं।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में न्याय, स्वतंत्रता, समता और भाईचारे के चार स्तंभों पर निर्मित लोकतंत्र को मजबूती से आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय चरित्र के विरुद्ध कमजोर वर्गों पर हुए हमले पथभ्रष्टता हैं, जिससे सख्ती से निपटने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में हाल ही में पारित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक का भी जिक्र किया।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने रियो ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उनकी गलती थी कि उन्होंने खिलाड़ियों को निजी कोचों के साथ ट्रेनिंग की अनुमति दी।
सिंगापुर के जोसेफ स्कूलिंग ने 100 मीटर बटरफ्लाय तैराकी में तरणताल के शहंशाह माइकल फेल्प्स को हराकर बड़ा उलटफेर करने के साथ ही अपने देश को ओलंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
प्री क्वार्टर फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी पर दमदार जीत दर्ज करने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने कहा कि रियो ओलंपिक में उन्हें स्वर्ण से कम पर संतोष नहीं होगा। विकास ने तुर्की के ओंडेर सिपल को 75 किलो मिडिलवेट मुकाबले में 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
ओलंपिक पदक से केवल एक जीत दूर सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने कहा कि उन्हें अपना सेमीफाइनल मैच खेलते समय अपने जज्बात पर काबू रखकर नये सिरे से शुरूआत करनी होगी।
डोपिंग विवादों के साये में रियो दि जेनेरियो में चल रहे ओलंपिक में एथलेटिक्स स्पर्धाओं का आगाज हुआ। इथियोपिया की अलमाज अयाना ने महिलाओं की 10,000 मीटर दौड़ में नया विश्व रिकार्ड बनाया जबकि चीन के तैराक चेन शिनयी को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण निलंबित कर दिया गया।
भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी आस्टेलिया की सामंथा स्टोसुर और जान पीयर्स को सीधे सेटों में हराकर रियो ओलंपिक मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई।