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पुरस्‍कारों की कद्र करें, विमर्श से जताएं असहमति: राष्‍ट्रपति

पुरस्‍कारों की कद्र करें, विमर्श से जताएं असहमति: राष्‍ट्रपति

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि पुरस्‍कारों की कद्र करनी चाहिए, इन्‍हें संजोकर रखना चाहिए। भावनाओं में बहने के बजाय अपनी असहमति को बहस और विमर्श के जरिए व्‍यक्‍त करना चाहिए। राष्‍ट्रपति की इस बात को पुरस्‍कार वापसी मुहिम में जुटे लोगों को नसीहत भी माना जा रहा है।
कुंदन शाह, मिर्जा, अरुंधति‍ समेत 24 लोगों ने अवार्ड लौटाए

कुंदन शाह, मिर्जा, अरुंधति‍ समेत 24 लोगों ने अवार्ड लौटाए

देश में असहिष्णुता के माहौल को लेकर पुरस्‍कार वापसी का सिलसिला जारी है। अब जाने-माने फिल्‍म फ‍िल्‍मकार कुंदन शाह, निर्देशक सईद मिर्जा और प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय समेत 24 फिल्‍मकारों ने अपने राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार लौटाने का ऐलान किया है। इससे पहले दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 11 लोगों ने अभिव्‍यक्ति की आजादी और असहिष्‍णुता के मुद्दे पर अपने पुरस्‍कार लौटा दिए थे।
गायें फिर से पशु हो जाना चाहती हैं !

गायें फिर से पशु हो जाना चाहती हैं !

गाय को पवित्र कब से माना गया और क्यों माना गया, यह व्यापक विवाद और विमर्श का विषय है। इस बात पर भी भयंकर मतभेद है कि प्राचीन सभ्यताएं गोमांस को स्वीकृति देती थीं और भारत के आदिकालीन निवासी अपने खान-पान में उसे शामिल करते थे। आर्ष ग्रंथों में आई उन बातों को भी अब कोई नहीं सुनता है कि किसी जमाने में गौमेध यज्ञ भी हुआ करते थे। अब जब गाय को पवित्र मान कर उसे मां का दर्जा दे ही दिया गया है और उसे आस्था की वस्तु बनाकर आलोचना से परे रख दिया गया है तो उस पर बहस की कोई गुंजाईश रही ही कहां है। अब तो ‘वन्दे धेनुमातरम‘ और ‘जय गोमाता‘ कहो, गोकथा कराओ, गोदूध महोत्सव मनाओ, गोशाला चलाओ, गोमंदिर बनाओ, गोकुल धाम निर्मित करो और गोअनुसंधान एवं गोरक्षा के नाम पर तरह-तरह के संगठन और सेनाएं बनाकर जमकर हंगामा मचाओ। आज गाय के नाम पर सब कुछ जायज है क्योंकि गाय हमारी माता है, गाय की रक्षा करना हमारा धर्म है, यह पुण्य का काम है।
असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

कन्नड़ विचारक एमएम कलबुर्गी की हत्या सहित असहिष्णुता की घटनाओं पर चिंता जताते हुए वैज्ञानिकों के एक समूह ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उपयुक्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकारों से मानवता विरोधी और सभ्यता विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील भी की है।
छोटी-छोटी घटनाएं होती रहती हैं लेकिन देश एकजुट रहेगा: भागवत

छोटी-छोटी घटनाएं होती रहती हैं लेकिन देश एकजुट रहेगा: भागवत

दादरी में एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डालने जैसी घटनाओं पर देश में पैदा आक्रोश के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि बढ़ा-चढ़ा कर पेश की गई छोटी-छोटी घटनाएं हिंदू संस्कृति को नुकसान नहीं पहुंचा सकती।
पखवाड़े में दूसरी बार राष्‍ट्रपति ने असहिष्‍णुता पर जताई चिंता

पखवाड़े में दूसरी बार राष्‍ट्रपति ने असहिष्‍णुता पर जताई चिंता

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बात की गंभीर आशंका जताई कि देश में सहिष्णुता और असहमति को स्वीकार करने की प्रवृत्ति समाप्त हो रही है। पिछले पंद्रह दिनों के अंदर यह दूसरा मौका है जब राष्‍ट्रपति ने सहिष्‍णुता और बहुलता पर जोर दिया है। उन्‍होंने कहा कि आत्मसात करना भारतीय समाज की विशेषता है। हमारी सामूहिक क्षमता का उपयोग समाज में बुरी ताकतों के खिलाफ संघर्ष में किया जाना चाहिए। दुर्गा पूजा समारोहों की पूर्व संध्या पर राष्‍ट्रप‍ति ने उम्मीद जताई कि सभी सकारात्मक ताकतों के समागम वाली महामाया असुरों और विभाजनकारी ताकतों का नाश कर देंगी।
सहवाग ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट, आईपीएल से संन्‍यास लिया

सहवाग ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट, आईपीएल से संन्‍यास लिया

अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आखिरकार अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्‍यास का औपचारिक ऐलान कर दिया है। उन्‍होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। इस तरह उनके संन्‍यास को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लग गया है। आज अपना 37वां जन्‍मदिन मना रहे सहवाग ने कल दुबई में अपने इस फैसले के संकेत दिए थे।
तिरंगे का अपमान करने के मामले में हार्दिक गिरफ्तार

तिरंगे का अपमान करने के मामले में हार्दिक गिरफ्तार

राष्ट्र ध्वज का कथित तौर पर अपमान करने के मामले में पाधारी पुलिस थाने में एक एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को आज राजकोट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह पहले से ही पुलिस की हिरासत में थे।
चोटों से परेशान जहीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा

चोटों से परेशान जहीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा

भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक जहीर खान ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। चोटों से तंग आ चुके इस धुरंधर गेंदबाज ने स्वीकार किया कि अब उनका शरीर खेलने का बोझ नहीं उठा सकता। फिल्‍हाल वह आईपीएल-9 में खेलेंगे लेकिन इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट से भी विदा लेना चाहते हैं।
क्रिकेट छोड़ने से पहले कारोबार की पिच पर जम चुके हैं जहीर खान

क्रिकेट छोड़ने से पहले कारोबार की पिच पर जम चुके हैं जहीर खान

जिन चोटों की वजह से जहीर खान अक्‍सर भारतीय टीम में अंदर-बाहर होते रहे, उन्‍हीं के चलते करीब 10 साल पहले ही उन्‍होंने कारोबार में हाथ आजमाने शुरू कर दिए थे। पिछले कुछ वर्षों में रेस्‍तरां से लेकर फिटनेस जैसे क्षेत्रों में जहीर का बिजनेस काफी जम चुका है।
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