बंगलूरू से एर्नाकुलम जा रही ट्रेन के पटरी से उतर जाने पर 10 लोगों की मौत हो गई है और क़रीब 100 लोग घायल हो गए हैं। यह हादसा होसूर के पास बेलागोंडापल्ली गांव के पास हुआ। हादसे के बाद एक फिर रेलवे मंत्रालय पर सवाल उठने लगे हैं।
रेलवे का निजीकरण तो फिलहाल नहीं होगा लेकिन निवेश बढ़ाने के लिए कुछ ट्रेनों और स्टेशनों के नाम परिवर्तन के साथ ही कुछ नई पहल का ऐलान संभव है। यात्री किराया बढ़ाने के साथ ही रेलों में भी हवाई अड्डों एवं विमानों जैसी सुरक्षा का प्रावधान संभव।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के एक बयान ने देश के राजनीतिक दलों में हंगामा मचा रखा है। दरअसल रक्षा मंत्री ने कहा था कि कुछ पूर्व प्रधानमंत्रियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया था।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा रेलवे की व्यवस्था को देखने के लिए जब दौरे पर जाते हैं तो भी हवाई जहाज से ही जाते हैं। क्योंकि भारतीय रेल है समय से पहुंचेगी या नहीं। इसलिए हवाई जहाज की सहारा है।
संवेदनशील रक्षा सामग्री का उत्पादन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की पूर्व कंपनी भारत एल्युमिनियम कंपनी लि. (बालको) को पूरी तरह से एक विदेशी कंपनी वेदांता के हाथों में देने की तैयारी चल रही है।