इस बुरे दौर में जब दो समुदाय के बीच विश्वास कम होते हुए खत्म होता जा रहा है, उडुपी के कृष्ण मंदिर ने अनोखी मिसाल पेश की है। कल ईद के मौके पर कई मुस्लिम भाइयों ने बांह पर काली पट्टी बांध कर समुदाय पर हो रहे हमलों का मौन विरोध किया था। इससे अलग प्राचीन काल के कृष्ण मंदिर में इतिहास में पहली बार रोजेदारों ने न सिर्फ नमाज पढ़ी बल्कि रोजा भी तोड़ा।
दिल्ली स्ट्डी ग्रुप के अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता विजय जौली द्वारा आयोजित ‘‘रोजा इफ्तार’’ दावत कार्यक्रम में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सहित कई देशों के राजनयिकों ने शिरकत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा की तरह इस बार भी राष्ट्रपति के निमंत्रण के बावजूद रमजान के इफ्तार का खजूर और बिरयानी खाने नहीं गए। गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते भी उन्होंने स्वयं कभी इफ्तार का आयोजन करना या जाना पसंद नहीं किया था।