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Search Result : "रोहित रॉय"

समीक्षा - रंगीले की रंगीनियत

समीक्षा - रंगीले की रंगीनियत

ज्यादातर भारतीय फिल्म निर्देशक ‘पोस्ट इंटरवेल ब्लू’ यानी मध्यांतर के बाद फिल्म को झुला देने की आदत से पीड़ित रहते हैं। तो कुछ हद तक गुड्डू रंगीला के निर्देशक सुभाष कपूर भी इससे बच नहीं पाए हैं। लेकिन यदि खाप पंचायत के सामने लड़कियों की स्थिति पर एक शानदार तकरीर वाले दृश्य पर विचार किया जाए, आखिरी दृश्य में शोले स्टाइल की लड़ाई और इस तरह के दृश्यों को देखें तो लगता है कि भारतीय दर्शकों के लिए भी यह सब जरूरी है। आखिर बुरा आदमी लहूलुहान हो कर पिटे ही न, उससे परेशान दो लड़कियां हीरो स्टाइल में उसे गोली न मारे तो क्या मजा। आखिर यह मजा ही दर्शकों को सिनेमाघर में खींचता है।
रोहित से डांट खाते हैं शाहरूख

रोहित से डांट खाते हैं शाहरूख

शाहरूख खान रोहित शेट्टी के साथ इन दिनों दिलवाले फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। सब कुछ तो ठीक है लेकिन बेचारे समय पर नहीं पहुंच पाते और इस वजह से रोहित शेट्टी से डांट खाते हैं। शाहरूख खान कहते हैं कि समय का पाबंद न होने से रोहित के साथ काम करना मुश्किल होता है।
सुप्रीम कोर्ट ने जगाई सुब्रत रॉय की रिहाई की आस

सुप्रीम कोर्ट ने जगाई सुब्रत रॉय की रिहाई की आस

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सहारा प्रमुख सुब्रत राय की जेल से रिहाई 5,000 करोड़ रुपये नकद जमा करने और 5,000 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी देने पर निर्भर करती है।
आईएसआई निदेशक बिमल कुमार रॉय बर्खास्त

आईएसआई निदेशक बिमल कुमार रॉय बर्खास्त

कोलकाता में प्रतिष्ठित भारतीय सांख्यिकी संस्थान आईएसआई के निदेशक बिमल कुमार रॉय को उनके पद से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई इस आशंका के आधार की गई है कि वह अनुशासनहीनता एवं वित्तीय अनियमितता सहित नुकसान करने वाली कार्रवाई कर सकते हैं।
इस बार डीवी में शाहरुख- काजोल की जोड़ी

इस बार डीवी में शाहरुख- काजोल की जोड़ी

दिलवाले दुलहनिया ले जाएंगे के बाद से ही शाहरुख-काजोल की जोड़ी के दीवानों की कमी नहीं है। बड़े परदे की इस मशहूर जोड़ी ने आखरी बार माइ नेम इज खान में काम किया था। अब दोनों फिर एक साथ आ रहे हैं। इस बार फिल्म का नाम सिर्फ दिलवाले है।
लोकतांत्रिक तरीके से चुना व्यक्ति भी तानाशाह हो सकता हैः नामवर सिंह

लोकतांत्रिक तरीके से चुना व्यक्ति भी तानाशाह हो सकता हैः नामवर सिंह

आलोचना (त्रैमासिक) पत्रिका के अंक 53-54 के प्रकाशन के उपलक्ष्य में ‘भारतीय जनतंत्र का जायजा’ विषय पर साहित्य अकादमी-सभागार में आयोजित परिचर्चा में युवाओं की भागीदारी जबरदस्त रही। दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सहित अन्य अकादमिक संस्थानों के छात्रों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। युवाओं ने जनतंत्र से जुड़े सवालों की झड़ी लगा दी। एक युवा ने सवाल खड़ा किया कि आखिर क्यों ‘आलोचना’ पहले जैसी नहीं होती ! जिसकी आलोचना होती है वह और मजबूत क्यों हो जाता है।
एक शाम वतन की राह पर

एक शाम वतन की राह पर

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल सीपी और चर्चित बांसुरी वादक मुक्तेश चंद्र जी ने पहली बार देश भक्ति के गीतों पर अपनी बांसुरी की तान छेड़ी।
लोकसभा अध्यक्ष ने मंत्री को लगाई फटकार

लोकसभा अध्यक्ष ने मंत्री को लगाई फटकार

लोकसभा में एक केंद्रीय मंत्री को उस समय फटकार लगी जब वह बिना अनुमति के ही एक सदस्य को सलाह देने लगे। ऐसे में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया और लोकसभा अध्यक्ष को मंत्री को फटकार लगानी पड़ी।
मुंबई ने जीत की लय बरकरार रखी

मुंबई ने जीत की लय बरकरार रखी

शुरुआती मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मुंबई इंडियंस ने इंडियन प्रीमियर लीग के मैच अब अपनी जीत की लय बरकरार रखी है। मंगलवार को हुए मैच में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली डेयरविल्स को पांच विकेट से हराकर अंक तालिका में चौथे स्थान पर पहुंच गया है।